WFI Elections 2023: भारतीय कुश्ती संघ को 12 साल बाद नया अध्यक्ष मिलने जा रहा है। यौन उत्पीड़न के आरोपों से जूझ रहे बृजभूषण सिंह का कार्यकाल समाप्त हो गया है और अब चुनाव होने वाले हैं। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में प्रमुख गवाहों में से एक, पहलवान अनीता श्योराण अध्यक्ष के रूप में भाजपा सांसद की जगह लेने की दौड़ में हैं।
बृजभूषण सिंह भले ही इन चुनावों में भाग नहीं ले रहे हों लेकिन वे चाहते हैं कि उनका कोई करीबी इस सीट पर कब्जा करे। इसके लिए उन्होंने अपने करीबी संजय सिंह और जय प्रकाश को मैदान में उतारा है। ऐसे में 2010 में आयोजित किए गए कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योरेण को बृजभूषण सिंह के पॉवर के खिलाफ लड़ना होगा।
अनीता श्योरेण रचेंगी इतिहास
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अनीता श्योरेण ने 31 जुलाई को चुनावों के लिए नामांकन किया है। अगर वे जीत जाती हैं तो इस संघ की पहली महिला अध्यक्ष बन जाएंगी। इस प्रतिष्ठित खेल में महिलाओं ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं लेकिन अभी भी प्रबंधन पुरूषों के हाथों में ही है।
यहां तक कि इस वाटरशेड डब्ल्यूएफआई चुनाव के लिए, 50 सदस्यीय मतदाताओं और उम्मीदवारों की सूची में अनीता अकेली महिला हैं। 38 वर्षीय खिलाड़ी का मुकाबला बृज भूषण के पैनल के दो खिलाड़ियों से होने की संभावना है।
अन्य पदों के लिए इन्होंने दाखिल किया नामांकन
रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) के सचिव प्रेम चंद लोचब, जो अनीता के पैनल में हैं, महासचिव पद के लिए उम्मीदवार हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर के पूर्व पहलवान, दुष्यंत शर्मा ने उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए हरियाणा के होटल व्यवसायी देवेंदर कादियान पैनल की पसंद हैं।
बृजभूषण सिंह खेमे से इन्होंने ने किया नामांकन
बृज भूषण की ओर से चंडीगढ़ के दर्शन लाल को महासचिव पद के लिए, उत्तराखंड के सत्यपाल सिंह देशवाल को कोषाध्यक्ष पद के लिए और पश्चिम बंगाल के असित कुमार साहा को वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकित किया गया है।
बृजभूषण सिंह के खिलाफ सुनवाई जारी
पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ मामले की सुनवाई दिल्ली की एक अदालत में हो रही है, जिसने उन्हें लगभग एक सप्ताह पहले जमानत दे दी थी।सोमवार को बृजभूषण खेमे ने राजधानी में बैठक की और दावा किया कि उन्हें 25 में से कम से कम 20 राज्य इकाइयों का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में विपक्षी खेमे का नेतृत्व कर रही अनिता श्योरेण के लिए मुकाबला आसान नहीं होने वाला है।