नई दिल्ली: इस साल भारत में वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन किया जा रहा है। निश्चित तौर पर घरेलू परिस्थितियों में भारतीय टीम का दबदबा रहेगा। हालांकि उसकी चुनौतियां कम नहीं हैं क्योंकि कई खिलाड़ी चोट से जूझ रहे हैं। पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी इस पर चिंता जताई है।
उम्मीदों के दबाव पर काबू पाना चाहिए
मंगलवार को उन्होंने कहा कि घरेलू टीम को ट्रॉफी हासिल करने के लिए उम्मीदों के दबाव पर काबू पाना चाहिए। कपिल ने कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन में गोल्फ फिटिंग सेंटर के लॉन्च के मौके पर कहा, “मुझे नहीं पता कि यह कैसे होगा। हमने अभी तक विश्व कप के लिए टीम की घोषणा नहीं की है। भारत हमेशा टूर्नामेंट में फेवरेट के रूप में रहेगा क्योंकि यह लंबे समय से होता आ रहा है।”
दोबारा ऐसा कर सकती है टीम इंडिया
कपिल ने आगे कहा- “देखना होगा कि टीम सभी पक्षों की उम्मीदों पर कैसे खरी उतरती है। हमने घरेलू मैदान पर विश्व कप जीता है और मुझे यकीन है कि जिस भी टीम को चुना जाएगा वह दोबारा ऐसा कर सकती है। चार साल में विश्व कप आ रहा है और मुझे उम्मीद है कि खिलाड़ी पूरी तरह से तैयार होंगे।”
अपने करियर के दौरान कपिल देव को चोट के कारण ब्रेक नहीं लेना पड़ा, लेकिन जसप्रीत बुमराह, श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी लगातार चोट से जूझ रहे हैं। कपिल ने कहा कि इस युग में खिलाड़ी जितने क्रिकेट में व्यस्त हैं, उसे देखते हुए वर्कलोड और इंजरी मैनेजमेंट पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
मेरा समय अलग था
1983 विश्व कप विजेता कप्तान कपिल ने कहा- “मेरा समय अलग था क्योंकि हमने शायद ही इतना क्रिकेट खेला हो। अब ये खिलाड़ी लगभग 10 महीने क्रिकेट खेल रहे हैं। इसलिए चोटों से दूर रहने के लिए अपने शरीर का मैनेजमेंट करना महत्वपूर्ण है। हर किसी का शरीर अलग है और उन्हें अपनी फिटनेस बनाए रखने के लिए व्यक्तिगत योजनाओं की आवश्यकता होगी।”
वेस्टइंडीज को विश्व कप में नहीं खेलते देखना दुखद
कपिल देव ने वेस्ट इंडीज टीम की गिरती परफॉर्मेंस पर भी चिंता जताई। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि विंडीज का गौरव जल्द ही लौट आएगा। कपिल ने कहा- “वेस्टइंडीज को विश्व कप में नहीं खेलते देखना दुखद है। उनके बिना एकदिवसीय टूर्नामेंट की कल्पना करना कठिन है। उन्होंने इतने महान खिलाड़ी पैदा किए हैं। मुझे नहीं पता कि अब उन्हें क्या नुकसान हो रहा है, लेकिन उम्मीद है कि वे वापसी करेंगे।”