Why Shikhar Dhawan Announces retirement: बाएं हाथ के धांसू बल्लेबाज शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर धवन को संन्यास के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा। शिखर धवन ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट मैच 10 दिसंबर 2022 को बांग्लादेश के खिलाफ चट्टोग्राम में खेला था।
वहीं शिखर का आखिरी टेस्ट मुकाबला सितंबर 2018 में था, जबकि आखिरी टी-20 मुकाबला 2021 में खेला था, जबकि आईपीएल में आखिरी क्रिकेट मैच 9 अप्रैल 2024 को उन्होंने हैदराबाद के खिलाफ खेला था। इन तारीखों को देखें तो साफ है कि शिखर धवन इंडियन क्रिकेट टीम के लिए चयनकर्ताओं की प्राथमिकता लिस्ट में नहीं थे। शिखर ने टीम इंडिया के लिए दो साल पहले अपना मुकाबला खेला था। वहीं बीते आईपीएल में पंजाब किंग्स का हिस्सा थे।
पंजाब किंग्स मैनेजमेंट ने बिठाया बाहर
हाल के वर्षों में शिखर धवन का आईपीएल करियर भी कुछ खास नहीं चल रहा था। 2024 के आईपीएल संस्करण में धवन पंजाब किंग्स का हिस्सा थे, लेकिन टूर्नामेंट के ज्यादातर मैचों में वह बेंच पर बैठे थे। पंजाब किंग्स का नेतृत्व इंग्लिश खिलाड़ी सैम करेन ने किया। दरअसल 2024 के आईपीएल में पंजाब किंग्स ने धवन को शुरुआती 5 मैचों में खिलाया, लेकिन उसके बाद उन्हें मौका नहीं मिला।
इन पांच मैचों में धवन ने 22, 45, 70, 1 और 14 रन बनाए। लेकिन टीम का प्रदर्शन ऐसा नहीं था कि उसे प्रभावशाली कहा जा सके। टूर्नामेंट के बीच में पंजाब किंग्स ने अपने कप्तान को बदला। धवन से कप्तानी तो छीनी ही गई उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी जगह नहीं मिली।
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आईपीएल में शिखर धवन ने दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस, डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स का प्रतिनिधित्व किया। आईपीएल में धवन का बल्ला खूब चला है। विराट कोहली के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में धवन दूसरे स्थान पर हैं। 127.14 की औसत से धवन ने 221 पारियों में 6769 रन बनाए हैं।
अंगूठे की चोट ने किया नुकसान
धवन के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर को अंगूठे की चोट ने बहुत नुकसान पहुंचाया। 2019 में उनका वनडे करियर अंगूठे की चोट के कारण प्रभावित हुआ। इसका नतीजा ये हुआ कि उन्हें बीच वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा, जबकि पिछले मुकाबले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जड़ा था। धवन के लिए यह बड़ा सेटबैक था।