नई दिल्ली: एशिया कप 2023 को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। कहा जा रहा है कि 4 फरवरी को बहरीन में एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की बैठक होगी। एसीसी बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष जय शाह करेंगे। जबकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख नजम सेठी सहित परिषद के अन्य सदस्य इसमें हिस्सा लेंगे। क्रिकबज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया कप 2023 के आयोजन स्थल में बदलाव को लेकर बैठक में बीसीसीआई और पीसीबी आमने-सामने होंगे। एशिया कप 2023 के मेजबानी अधिकार पहले एसीसी द्वारा पाकिस्तान को सौंपे गए थे। हालांकि, जय शाह ने भारतीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारतीय खिलाड़ी राजनीतिक कारणों से पाकिस्तान की यात्रा नहीं कर सकते हैं और टूर्नामेंट को तटस्थ स्थान पर आयोजित करना होगा।
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नजम सेठी का रुख रमीज राजा के समान
इसके बाद, पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा ने एक बयान से यह स्पष्ट कर दिया था कि अगर भारत पाकिस्तान नहीं आता है तो वह एकदिवसीय विश्व कप के लिए इंडिया नहीं जाएंगे। एशिया कप इस साल 50 ओवर के प्रारूप में आयोजित किया जाना है पिछले साल एशिया कप टी20 इवेंट था। एशिया कप का पाकिस्तान के बजाय दूसरी जगह आयोजन करना बीसीसीआई और पीसीबी के बीच विवाद की जड़ बन सकता है क्योंकि वर्तमान पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी का रुख भी रमीज राजा के समान ही है। सेठी ने परिषद के कार्यक्रम की घोषणा करते समय जय शाह पर निशाना साधा था। वह इस बात से नाराज थे कि जब पीसीबी एशिया कप की मेजबानी कर रहा है तो उन्हें शेड्यूल और कैलेंडर के बारे में सूचित क्यों नहीं किया गया। हालांकि एसीसी ने उनके इस बयान का खंडन किया था।
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पीसीबी को इस मामले में अन्य सदस्यों का समर्थन नहीं
दूसरी ओर शाह ने इस रुख को बनाए रखा है कि भारत सरकार की मंजूरी के बिना भारत क्रिकेट मैच खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जा सकता। साथ ही, पीसीबी टूर्नामेंट की मेजबानी करने पर अड़ा हुआ है। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी को इस मामले में अन्य सदस्यों का समर्थन नहीं है।
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