IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का चौथा मैच 23 से 27 जुलाई के बीच मैनचेस्टर में खेला गया था। इस मैच में वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा ने मिलकर 201 रनों की पार्टनरशिप की और हारा हुआ मैच ड्रॉ करा दिया। सुंदर की बल्लेबाजी की तारीफ अब पूरी दुनिया में हो रही है। हालांकि उनके पिता एम सुंदर को इस बात का डर सता रहा है कि वॉशिंगटन सुंदर को अच्छे प्रदर्शन के बाद भी टीम इंडिया में जगह नहीं मिलेगी। उन्होंने मैनेजमेंट पर बड़े सवाल खड़े किए हैं।
सुंदर के पिता ने उठाए सवाल
वॉशिंगटन सुंदर के पिता का मानना है कि लोग उनके प्रदर्शन को भूल रहे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए उनके पिता ने कहा कि वॉशिंगटन लगातार बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। हालांकि, लोग उसके प्रदर्शन को नजरअंदाज करते हैं और भूल जाते हैं। अन्य खिलाड़ियों को नियमित मौके मिलते हैं, केवल मेरे बेटे को नहीं मिलते। वॉशिंगटन को लगातार पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए, जैसा उसने चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में किया और उसे लगातार पांच से दस मौके मिलने चाहिए। आश्चर्यजनक रूप से मेरे बेटे को इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए नहीं चुना गया।
उन्होंने आगे कहा कि मेरा बेटा एक या दो मैचों में फेल होने पर भी टीम से बाहर कर दिया जाता है। यह उचित नहीं है। क्या किसी अन्य भारतीय क्रिकेटर के लिए इस तरह का रवैया अपनाया गया है? इन सबके बाद वह बहुत मजबूत हो गया है और इसका नतीजा यह है कि लोग अब उसका प्रदर्शन देख रहे हैं।
Still that kid at heart. 🫶
It all started with a dream and a family that never stopped believing. ♥️ pic.twitter.com/43p8Vkieob— Washington Sundar (@Sundarwashi5) July 28, 2025
सुंदर ने बचाई टीम इंडिया की लाज
मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में भारतीय टीम दूसरी पारी में 0 के ही स्कोर पर 2 विकेट गंवा चुकी थी। हालांकि इसके बाद शुभमन गिल और केएल राहुल ने मोर्चा संभाला। लेकिन आखिरी दिन के पहले सेशन में दोनों ही खिलाड़ी आउट हो गए। इसके बाद टीम इंडिया के लिए वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा दीवार बनकर खड़े हो गए। सुंदर ने 206 गेंदों में नाबाद 101 रनों की पारी खेली, जबकि जडेजा ने 185 गेंदों में नाबाद 107 रन बनाए। दोनों ने मिलकर टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया और मैच ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई।