Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक इस बार कई वजह से विवादों में रहा था। उद्घाटन समारोह को लेकर भी काफी ज्यादा आलोचना हुई थी। इसके अलावा खिलाड़ियों ने अपने कमरे में एसी ना होने को लेकर भी सवाल उठाए थे। इस इवेंट के खत्म होने के बाद भी विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में दो फ्रांसीसी तैराकों ने अपने पदक की क्वालिटी को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें मिले कांस्य पदक ओलंपिक के कुछ महीनों बाद ही काले पड़ रहे हैं। उनमें फफूंदी लग गई है।
क्लेमेंट सेची ने सोशल मीडिया पर शेयर की फोटो
फ्रांस के तैराक क्लेमेंट सेची ने इंस्टाग्राम पर अपने मेडल की स्टोरी लगाई थी। इस फोटो में उनका खराब होता मेडल नजर आ रहा था। इसके बाद ये फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस यूजर ने उनके मेडल की फोटो को शेयर करते हुए मेडल की क्वालिटी पर सवाल उठाए थे।
Montre la tienne 🌚 pic.twitter.com/JKJJEXE1VW
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दूसरे ओलंपियन तैराक योहान एनडोये-ब्रौर्ड ने भी अपने मेडल की फोटो को शेयर की है। इस फोटो को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, “पेरिस 1924″। फ्रांस ने कई बार ओलंपिक का आयोजन किया है। इसमें 1924 का ओलंपिक भी है। बता दें कि क्लेमेंट सेची और योहान एनडोये-ब्रौर्ड ने पुरुषों की 4×100 मीटर मेडले रिले में कांस्य पदक जीता था।
अन्य खिलाड़ियों ने भी उठाए सवाल
रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न देशों के अन्य एथलीटों ने भी पदकों की गुणवत्ता के बारे में सवाल उठाए थे। अमेरिका के न्याजा ह्यूस्टन ने कहा था कि ये पदक जब बिल्कुल नए होते हैं तो बहुत अच्छे लगते हैं, लेकिन कुछ दिनों के बाद ये बेहद खराब लगने लगते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, यह देखा गया है कि यह समस्या ज़्यादातर कांस्य पदक विजेताओं के साथ आ रही है। आयोजन समिति को इन घटनाओं की वजह से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है। आयोजकों ने क्लेमेंट सेची और योहान एनडोये-ब्रौर्ड के पदकों को नए पदकों से बदलने का वादा किया है।