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‘बहाने बनाने का इवेंट होता तो हम जीतते गोल्‍ड..’, प्रकाश पादुकोण के बाद अब भड़के गावस्कर

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलिंपिक 2024 में इस बार भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की झोली खाली रही थी। कोई भी भारतीय खिलाड़ी इस बार पदक नहीं जीत पाया। लक्ष्य सेन ने सेमीफाइनल में पहुंच कर पदक की उम्मीद जगाई थी कि लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा था।

Edited By : Ashutosh Singh | Updated: Aug 12, 2024 20:10
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Paris Olympics 2024: पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों कुछ खास नहीं रहा था। जिसके बाद पूर्व दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण ने काफी ज्यादा निराशा जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि इस बार सरकार, SAI और TOPS सभी ने अपनी तरफ से सारा काम किया था, अब समय आ गया है कि खिलाड़ियों को भी अपनी जिम्मेदारी लेनी होगी। उनके इस बयान के बाद उन्हें काफी ज्यादा आलोचना का सामना करना पड़ा था।

इसी बीच दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने प्रकाश पादुकोण का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, ‘इस देश के लोग बहाने बनाने में माहिर हैं, अगर इसका कोई इवेंट होता तो हम हर बार गोल्ड जीत जाते। प्रकाश पादुकोण हमेशा से ही खबरों से दूर रहे हैं। उनकी पूरी लाइफ ऐसी ही रही है। उनके स्टेटमेंट को कुछ लोग गलत तरह से ले रहे हैं। बल्कि ये लोग उन्हें जानते हैं, इसके बाद भी वो तरह की बातें कर रहे हैं।

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सुनील गावस्कर उतरे प्रकाश पादुकोण के समर्थन में

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उन्होंने आगे कहा, ‘उन्होंने क्या कहा था? उन्होंने कहा था कि खिलाड़ियों को आज हर तरह की सुविधाएं मिलती है। उन्हें फेडरेशन और गवर्नमेंट का समर्थन भी हासिल है। ऐसे में खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने अपनी बात को अच्छे से रखा था। उन्होंने किसी पर भी सवाल नहीं उठाया था। उनके इस बयान को कुछ लोगों ने तोड़ के पेश किया। इसके बाद लोगों ने उनकी आलोचना शुरू कर दी। उन्होंने बिना कुछ जाने ही अपनी बात को रखना शुरू कर दिया।

 

‘कौन लेगा खिलाड़ियों के प्रदर्शन की जिम्मेदारी’

उन्होंने कहा, ‘अगर कोई खिलाड़ियों अपने प्रदर्शन की जिम्मेदारी नहीं लेगा तो कौन लेगा। उन्होंने ऐसा क्या गलत कहा था। लोग कहते हैं कि इसकी टाइमिंग गलत थी। लेकिन ये उसी समय कह देना ज्यादा ठीक होता है, जब खिलाड़ी बहाने की तलाश कर रहा होता है। वो इस बात को चेंजिंग रूम में भी कह सकते थे, लेकिन यकीन मानिए, एक खिलाड़ी पर सार्वजनिक आलोचना का काफी ज्यादा प्रभाव पड़ता है।’

बता दें कि लक्ष्य सेन को ओलंपिक के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था, जबकि ब्रॉन्ज मेडल के मैच में भी वो बढ़त बनाने के बाद भी हार गए थे।

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Written By

Ashutosh Singh

First published on: Aug 12, 2024 08:07 PM

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