Neil Wagner: नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट ने मंगलवार को डुनेडिन में प्लंकेट शील्ड प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट जीत लिया। यह उनकी 2011/12 के बाद पहली खिताबी जीत थी। यह खास पल कीवी तेज गेंदबाज नील वैगनर के लिए भी भावुक था, क्योंकि उन्होंने अपने घरेलू करियर का समापन उसी मैदान पर किया, जहां से 2008 में उन्होंने क्रिकेट की शुरुआत की थी। दिलचस्प बात यह है कि उनका पहला मैच ओटागो के लिए नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट के खिलाफ ही था। बाद में, 2018/19 सीजन में उन्होंने नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट की टीम जॉइन कर ली।
नील वैगनर ने 2024 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था और अब आखिरकार उन्होंने वह खिताब जीत लिया, जो उन्हें 17 साल के करियर में कभी नहीं मिल पाया था।
नील वैगनर ने कही ये बात
वैगनर ने कहा, ‘यह मेरी सबसे खास जीतों में से एक है। इससे बेहतर अंत की उम्मीद नहीं कर सकता था। प्लंकेट शील्ड उन चंद चीजों में से थी, जिसे मैं कभी टीम के साथ नहीं जीत पाया था। अपने आखिरी मैच में इसे जीतना मेरे लिए बकेट लिस्ट में एक टिक लगाने जैसा है। यह न्यूजीलैंड में अपने सफर को खत्म करने का एक शानदार तरीका है।’
A fairytale finish! A 37th first-class 5-wicket haul for Neil Wagner as he closes out his domestic career in New Zealand by helping Northern Districts win their first Plunket Shield title since the 2011-12 season! Catch on the Round 8 scores| https://t.co/rpq4VxvnAu 📲 📷=… pic.twitter.com/gTU99IdwFF
— BLACKCAPS (@BLACKCAPS) April 1, 2025
नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट के लिए प्लंकेट शील्ड का आखिरी राउंड जीतना बहुत जरूरी था। क्योंकि पॉइंट्स टेबल पर शीर्ष तीन टीमें-नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट, कैंटरबरी और वेलिंगटन-करीबी मुकाबले में थीं। नॉर्दर्न को खिताब जीतने के लिए सीधी जीत से मिलने वाले पूरे अंक चाहिए थे और उन्होंने ऐसा कर दिखाया।
दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
मैच खत्म होने के बाद, वैगनर ने गार्ड ऑफ ऑनर मिलने पर अपनी भावनाएं जाहिर की। उन्होंने कहा, ‘यह अजीब एहसास था, क्योंकि समझ नहीं आ रहा था कि क्या कहूं या क्या करूं। ऐसी चीजों की उम्मीद नहीं होती, लेकिन यह एक बहुत अच्छा सम्मान था। उम्मीद है कि इसका मतलब है कि मैंने कुछ लोगों के जीवन और करियर में किसी तरह की भूमिका निभाई है। जिस तरह से मैंने खेला, शायद उसी की वजह से। मैंने बस अपना सिर झुका लिया और जल्दी से वहां से निकलने की कोशिश की। लेकिन यह बहुत खास था। मैंने इतनी जोर से चिल्लाया कि मेरी आवाज तक चली गई।’
वैगनर ने आगे कहा, ’17 साल इस खूबसूरत देश में बिताना, पूरे दिल और जुनून के साथ खेलना और ट्रॉफी जीतने के लिए अपना सबकुछ देना-यह मेरे लिए बहुत खास अनुभव रहा। आखिरी दिन एक ट्रॉफी के साथ इस सफर को खत्म करना वाकई शानदार है।’