Indian hockey Star Lalit Upadhyay Retirement: इन दिनों भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज पर सबकी नजर है. इस बीच भारतीय हॉकी टीम के एक स्टार खिलाड़ी ने संन्यास लेकर चौंका दिया है. ये खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि ललित उपाध्याय हैं. 23 मई 2025 को उन्होंने इंटरनेशनल हॉकी से रिटायरमेंट ले लिया है.
जब भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 और टोक्यो ओलंपिक 2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे, तब ललित उपाध्याय ने बढ़िया खेल दिखाया था. वो टीम में फारवर्ड की जिम्मेदारी संभालते थे. इस सीनियर खिलाड़ी ने एक दशक से ज्यादा समय तक चले अपने शानदार करियर को विराम दे दिया है.
ललित उपाध्याय ने साल 2014 के विश्व कप में अंतरराष्ट्रीय हॉकी में डेब्यू किया था और 2025 में इस खेल को अलविदा कह दिया. ओलंपिक में दो पदक जीतना उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है, जिसे वो हमेशा संजोकर रखेंगे.
Today, I announce my retirement from international hockey.
It’s a tough moment, but one every athlete must face one day.
It has been the greatest honour and pride of my life to represent our country 🇮🇳🙏
Thank you for everything. 🙏 @HockeyIndiaLeag @TheHockeyIndia pic.twitter.com/OcryhKsYxQ---विज्ञापन---— Lalit Upadhyay (@lalithockey) June 22, 2025
सोशल मीडिया पर किया ये पोस्ट
ललित उपाध्याय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट संन्यास का ऐलान किया. एक पोस्ट में उन्होंने लिखा ‘यह सफर एक छोटे से गांव से शुरू हुआ, जहां संसाधन सीमित थे, लेकिन सपने असीम थे. स्टिंग ऑपरेशन का सामना करने से लेकर एक बार नहीं बल्कि दो बार ओलंपिक पोडियम पर पहुंचने का यह सफर चुनौतियों, विकास और अविस्मरणीय गौरव से भरा रहा. 26 सालों के बाद अपने शहर से पहला ओलंपियन बनना ऐसी बात है, जिसे मैं हमेशा पूरे सम्मान के साथ संजोकर रखूंगा.’
कैसा रहा ललित उपाध्याय का करियर?
ललित उपाध्याय ने अपने करियर में भारत के लिए कई मैच जिताए. उनके पास गोल करने की जबरदस्त क्षमता थी. करियर में उन्होंने 183 मैचों में 67 गोल किए हैं. 31 साल के ललित ने भारतीय टीम के लिए आखिरी मैच 15 जून को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था.
अर्जुन अवॉर्ड भी जीत चुके हैं ललित
ललित उपाध्याय को भारतीय हॉकी में उनके योगदान के लिए साल 2021 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 और पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय टीम को कांस्य पदक दिलाया था. इतना ही नहीं ये खिलाड़ी बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी रजत पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहा.
ललित उपाध्याय की उपलब्धियां
ललित उपाध्याय का करियर उपलब्धियों से भरा पड़ा है. उन्होंने ओलंपिक के अलावा 2016 में एशियाई चैंपियन ट्रॉफी और 2017 में एशिया कप में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. दूसरे टूर्नामेंट्स में भी पदक जीते जिनमें 2017 हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल में कांस्य, 2018 चैंपियंस ट्रॉफी में रजत, 2018 एशियाई खेलों में कांस्य और 2018 एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में गोल्ड मेडल जीतना शामिल है.
ललित उपाध्याय एफआईएच प्रो लीग 2021-22 में तीसरे स्थान पर रहने वाली और 2022 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे. अपने करियर में उन्होंने सेंटर फॉरवर्ड के रूप में शानदार डॉजिंग और क्रिएटिव स्टिक वर्क से दर्शकों का दिल जीता, उनके योगदान को हॉकी के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा.
ये भी पढ़ें: IND vs ENG: हेडिंग्ले में बल्लेबाजों के भरोसे टीम इंडिया, जीत के लिए हर हाल में करना होगा यह काम!