Test Twenty in Cricket: 15 मार्च 1877 में पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेला गया था. समय के साथ फिर फॉर्मेट बदला, जिससे फैंस को और भी मजा आने लगा. टेस्ट के बाद वनडे क्रिकेट को लाया गया. इसके बाद टी-20 फॉर्मेट की इस खेल में एंट्री हुई. वही, टी-20 के बाद द हंड्रेड और टी-10 और अब टेस्ट ट्वेंटी फॉर्मेट की एंट्री हो गई है. क्या है नया फॉर्मेट आइए जानते हैं.
क्रिकेट में हुई नए फॉर्मेट की एंट्री
द फोर्थ फॉर्मेट के सीईओ और वन वन सिक्स नेटवर्क के कार्यकारी अध्यक्ष गौरव बहिरवानी के मुताबिक नए फॉर्मेट का नाम टेस्ट ट्वेंटी रखा गया है. इस नए और रोमांचक क्रिकेट फॉर्मेट में हर टीम को दो बार बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है. ठीक वैसे ही जैसे टेस्ट क्रिकेट में होता है. लेकिन यह फॉर्मेट टेस्ट मैच जितना लंबा नहीं, बल्कि छोटा और तेज है, ताकि दर्शकों को लगातार रोमांच बना रहे और मैच टीवी पर भी अच्छी तरह दिखाया जा सके. इसमें टेस्ट और T20 दोनों के नियमों का मिश्रण है. कुछ नियम टेस्ट क्रिकेट से लिए गए हैं और कुछ T20 से, लेकिन इस नए प्रारूप के अनुसार उनमें थोड़े बदलाव किए गए हैं. मैच का नतीजा जीत, हार, टाई या ड्रॉ किसी भी रूप में हो सकता है, जो इसे और भी दिलचस्प बनाता है. एबी डिविलियर्स, क्लाइव लॉयड, मैथ्यू हेडन और हरभजन सिंह सलाहकार बोर्ड का हिस्सा हैं. हालांकि इस फॉर्मेट की इंटनेशनल क्रिकेट में एंट्री नहीं हुई है.
एबी डिविलयर्स और मैथ्यू हेडन ने क्या कहा?
एबी डिविलियर्स ने नए फॉर्मेट पर बात करते हुए कहा कि सबसे ज्यादा जो चीज उत्साहित करती है, वह है आजादी और रचनात्मकता, यह (टेस्ट ट्वेंटी) खिलाड़ियों को खुद को अभिव्यक्त करने का मौका देता है. हालांकि यह बिना किसी डर के क्रिकेट है, यह संतुलन बनाना और दोनों पारियों में टिके रहना सिखाता है.
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वहीं मैथ्यू हेडन ने कहा कि युवा भविष्य हैं, इसलिए मैं सचमुच इसमें शामिल हो गया. लंबा प्रारूप चरित्र, कौशल, मानसिक और शारीरिक क्षमता की परीक्षा है. हमें दोनों ही क्षेत्रों का सर्वश्रेष्ठ मिल रहा है, जिसमें एक दिन में दो अलग-अलग पारियों में 80 ओवर होते हैं.
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