Deepali Thapa: भारतीय मुक्केबाज दीपाली थापा ने एशियाई स्कूली चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है। अबुधाबी में आयोजित सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था और कजाकिस्तान की खिलाड़ी एनेलीया ऑर्डबेक को हराया इसके बाद उन्होंने अपनी फॉर्म को जारी रखते हुए फाइनल में यूक्रेन की खिलाड़ी ल्यूडमिला वासिलचेंको को पराजित कर गोल्ड हासिल कर लिया।
पहली भारतीय खिलाड़ी बनी थापा
दीपाली थापा और ल्यूडमिला वासिलचेंको के बीच 35 किलीग्राम वर्ग में मुकाबला कांटे का खेला गया। लेकिन थापा ने सूझबूझ के साथ अपने कौशल का उपयोग किया और एशियाई स्कूली मुक्केबाजी में गोल्ड मेडल जीता। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय मुक्केबाज खिलाड़ी भी बनी। एशियन बॉक्सिंग चौंपियनशिप में भारत, पाकिस्तान,बांग्लादेश, श्रीलंका, ईरान, ईराक, चीन समेत 26 देशों ने हिस्सा लिया था। एशियाई चैंपियंनशिप में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 15 मेडल अपने नाम किया।
#AsianSchoolChampionship | Indian Boxer Deepali Thapa is the first ever Asian Schoolgirl Champion and India bagged seven female titles at the Asian Championships earlier today. pic.twitter.com/Aiieb6y1LH
— DD News (@DDNewslive) September 8, 2024
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पहले भी जीत चुकी हैं गोल्ड
दीपाली थापा के कोच अजय कुमार ने बताया कि वह पहले भी गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। नोएडा में आयोजित हुए सब जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद उनका चयन भारतीय कैंप में हुआ, जहां उन्होंने आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट पुणे में ट्रेनिंग ली। इसके बाद उन्होंने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कमाल का प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया।
साल 2019 में शुरू किया सफर
दीपाली थापा ने साल 2019 में अपने बॉक्सिंग करियर की शुरुआत की थी। लेकिन उस समय दीपाली का वजन कम था, जिसकी वजह से खेल महाकुंभ में भाग नहीं ले पाई थीं। लेकिन अगले साल ही उन्होंने खेल महाकुंभ में राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया।
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