Dhruv Jurel Wicket Controversy: 18 ओवर का खेल हो चुका था। 206 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान रॉयल्स ने स्कोर बोर्ड पर 5 विकेट खोकर 188 रन लगा दिए थे। ध्रुव जुरैल क्रीज पर पूरी तरह से सेट थे और 32 गेंदों में 47 रन ठोक चुके थे। भुवनेश्वर कुमार के 18वें ओवर में जुरैल ने चौके-छक्कों की बरसात करते हुए 22 रन बटोरे थे। हर कोई राजस्थान को अब से फेवरेट मान रहा था। मैच की स्थिति को देखकर लग रहा था कि जीत आरसीबी के हाथ से फिसल चुकी है।
हालांकि, पारी के 19वें ओवर में अंपायर के एक विवादित फैसले ने पूरी कहानी को पलटकर रख दिया। राजस्थान की जीत हार में तब्दील हो गई और जो जश्न मेहमान टीम के खेमे में होने वाला था वो मेजबानों के ड्रेसिंग रूम में शुरू हो गया। आइए आपको बताते आरसीबी और राजस्थान के बीच हुए मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट।
एक फैसले से पलट गई पूरी बाजी
19वां ओवर फेंकने के लिए आरसीबी की ओर से गेंद जोश हेजलवुड के हाथों में थी। पहली दो गेंदों में पर हेजलवुड सिर्फ एक रन खर्च करते हैं। ओवर की तीसरी गेंद हेजलवुड ऑफ स्टंप से बाहर डालते हैं और ध्रुव जुरैल उसको खेलने के लिए बल्ला आगे की तरफ फेंकते हैं। एक आवाज आती है और कीपर जितेश शर्मा अपील कर देते हैं। फैसला थर्ड अंपायर के पास जाता है। अब रिप्ले में जुरैल का बल्ला ठीक उसी समय जमीन पर लग रहा था जब गेंद उनके बैट के पास से गुजर रही थी।
In real time, did you expect this to be OUT?🤠pic.twitter.com/FwpZ8WpRil#RCBvRR #IPL2025
---विज्ञापन---— Cricbuzz (@cricbuzz) April 25, 2025
अल्ट्रा-एज में दिखाई दिया कि बल्ले का अंदरूनी किनारा लगा है। मगर आवाज बल्ले का संपर्क जमीन से होने पर आई या फिर गेंद बैट को छूकर गई इसका पता साफतौर पर रिप्ले में नहीं चल सका। हालांकि, अंपायर ने जुरैल को आउट करार दे दिया। 34 गेंदों में 47 रन बनाने के बाद जुरैल को पवेलियन लौटना पड़ा।
जुरैल के आउट होते ही पलट गई बाजी
जुरैल के पवेलियन लौटते ही राजस्थान की मुट्टी में नजर आ रहा मैच हाथ से फिसलने लगा। ओवर की अगली ही गेंद पर हेजलवुड ने जोफ्रा आर्चर को भी पवेलियन की राह दिखा दी। वहीं, लास्ट दो बॉल पर भी एक भी रन नहीं बना। अब आखिरी ओवर में राजस्थान को जीत के लिए 17 रन की दरकार थी। यश दयाल ने ओवर की पहली ही गेंद पर शुभम दुबे को पवेलियन की राह दिखा दी, तीसरी गेंद पर हसरंगा भी चलते बने। इस तरह से 20 ओवर में राजस्थान की टीम 9 विकेट खोकर 194 रन ही बना सकी। अब अगर जुरैल उस समय आउट नहीं होते, तो इस मुकाबले का नतीजा राजस्थान के पक्ष में आ सकता था।