IND vs ENG: हेडिंग्ले टेस्ट में ऋषभ पंत को आपने अंपायर से उलझते हुए देखा होगा। इसके बाद एजबेस्टन और फिर लॉर्ड्स में कप्तान शुभमन गिल भी अंपायर से बहस करते हुए दिखाई दिए थे। भारतीय गेंदबाज भी नाखुश थे। इस नाखुशी का कारण सीरीज में इस्तेमाल हो रही ड्यूक बॉल थी। मैच के बीच में कई बार गेंद को बदलते हुए देखा गया, तो कई दफा कप्तान गेंद की कंडिशन को जांचने के लिए अंपायर के पास आते हुए दिखाई दिए। सीरीज के तीन ही टेस्ट मैच अभी खेले गए हैं, लेकिन बॉल का यह विवाद खूब सुर्खियां बटोर रहा है। गेंद की खराब क्वलिटी पर तरह-तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए भारत-इंग्लैंड सीरीज में यूज हो रहीं ड्यूक गेंदों की जांच करवाई जाएगी।
ड्यूक गेंदों की होगी जांच
बीबीसी के एक रिपोर्ट के अनुसार, तीन मैचों में ड्यूक गेंदों को लेकर हुए भारी बवाल के बाद ड्यूक बॉल के उत्पादक ने इन बॉलों की जांच करवाने का फैसला लिया है। लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भी गेंद को लेकर भारतीय कप्तान शुभमन गिल और अंपायर के बीच काफी देर बहस चली थी। गिल गेंद की कंडिशन से खुश नहीं थे और उन्होंने अंपायर से बॉल को बदलने की गुजारिश की थी। अंपायर ने इस रिक्वेस्ट को मानते हुए गेंद को चेंज कर दिया था। हालांकि, नई गेंद से मुश्किल से 10 ओवर का खेल ही हुआ था कि बॉल की हालत बेहद खस्ता हो गई थी। गिल बॉल की कंडिशन से खुश नजर नहीं आए थे और उनकी इस बात को लेकर अंपायर से तीखी बहस हुई थी। हालांकि, बाद में गेंद को फिर से चेंज किया गया था।
इससे पहले हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट में भी भारतीय उपकप्तान ऋषभ पंत की अंपायर से गेंद को लेकर नोकझोंक हुई थी, जिसके कारण उन पर मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था। सीरीज में अब तक खेले गए तीन मैचों में ड्यूक बॉल सबसे ज्यादा चर्चा में रही है।
सीरीज में 2-1 से आगे इंग्लैंड
पांच मैचों की सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से आगे चल रही है। एजबेस्टन में मिली हार के बाद इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया को 22 रनों से हराया। रविंद्र जडेजा ने जसप्रीत बुमराह और फिर मोहम्मद सिराज के साथ मिलकर टीम की हार को टालने का बहुत प्रयास किया, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो सके। चौथा टेस्ट मैच 23 जुलाई से ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जाना है।