Brendon Taylor: लगभग चार साल का इंतजार। 39 की उम्र में हुई है वनडे टीम में वापसी। श्रीलंका के खिलाफ खेले जा रहे पहले वनडे मुकाबले में जिम्बाब्वे की ओर से एक खिलाड़ी ऐसी उम्र में कमबैक कर रहा हैं, जब आधे से ज्यादा प्लेयर रिटायरमेंट ले चुके होते हैं। इस खिलाड़ी का नाम है ब्रैंडन टेलर।
हरारे के मैदान पर टेलर की लंबे समय बाद एकदिवसीय टीम में वापसी हुई है। ग्राउंड पर उतरने के साथ ही टेलर ने जावेद मियांदाद का रिकॉर्ड भी चकनाचूर कर डाला है। टेलर अब उन तीन बल्लेबाजों में शुमार हो गए हैं, जिनका वनडे करियर सबसे लंबा चला है।
टेलर के नाम जुड़ी बड़ी उपलब्धि
ब्रैंडन टेलर ने अपना आखिरी वनडे मुकाबला साल 2021 में खेला था। इसके बाद अब वह 4 साल बाद एकदिवसीय टीम में लौटे हैं। टेलर साढ़े तीन साल का बैन झेलने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में लौटे हैं। टेलर ने 50 ओवर के फॉर्मेट में अपना डेब्यू साल 2004 में किया था। वह वनडे में सबसे लंबा खेलने वाले प्लेयर्स की लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। टेलर वनडे क्रिकेट में पिछले 21 साल 132 दिन से सक्रिय हैं। जिम्बाब्वे की ओर से टेलर इस फॉर्मेट में सबसे लंबा खेलने वाले खिलाड़ी बन चुके हैं। उन्होंने सीन विलियम्स को पहले ही पीछे छोड़ दिया है। विलियमसन इस फॉर्मेट में 19 साल 300 दिन खेले।
टेलर से आगे इस लिस्ट में अब सिर्फ दो ही खिलाड़ी हैं। सनत जयसूर्या का वनडे करियर 21 साल 184 दिन चला था। उन्होंने 26 दिसंबर 1989 को डेब्यू किया था और 2011 में इस फॉर्मेट से संन्यास लिया था। वहीं, सचिन तेंदुलकर लिस्ट में टॉप पर काबिज हैं। सचिन का एकदिवसीय डेब्यू 1989 में हुआ था और उन्होंने 22 साल 91 दिन खेलने के बाद 2012 में इस फॉर्मेट को अलविदा कहा था।
टेस्ट में भी किया कमाल
टेलर ने 21वीं सेंचुरी में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों में सबसे लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले बल्लेबाज बने थे। इस मामले में उनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं, जिन्होंने 1989 में डेब्यू किया था। टेलर वनडे क्रिकेट में जिम्बाब्वे की ओर से सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले बल्लेबाज भी हैं। 2015 वर्ल्ड कप में टेलर ने खेली 6 पारियों में दो शतक समेत कुल 433 रन ठोके थे।