भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO के महत्वाकांक्षी Chandrayaan 3 मिशन की सफलता ने विश्व की नजर में देश का गौरव बढ़ा दिया है। इसरो के अधिकतर मिशन बैंगलोर के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन केन्द्र से ही लॉन्च किए जाते हैं। क्या आप इसका कारण जानते हैं? आइए जानते हैं कि श्रीहरिकोटा भारत के स्पेस मिशन के लिए इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
इसलिए खास है श्रीहरिकोटा
बेंगलुरु का श्रीहरिकोटा भूमध्य रेखा के पास स्थित है। इस समय धरती की कक्षा में जितने भी सैटेलाइट घूम रहे हैं, उन्हें भूमध्य रेखा के नजदीकी क्षेत्रों से ही लॉन्च किया गया है। यही वजह है कि श्रीहरिकोटा को लॉन्चिंग के लिए चुना गया है। भूमध्य रेखा के पास होने के काऱण यहां पर सक्सेस रेट काफी अच्छी है और लागत भी बहुत कम आती है।
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सुरक्षा के लिहाज से भी है बेहतर
आम तौर पर रॉकेट लॉन्च करने के लिए स्पेस पोर्ट को आबादी से दूर बनाया जाता है। श्रीहरिकोटा इस लिहाज से काफी उत्तम जगह है। यहां द्वीप के दोनों ओर समुद्र है, ऐसे में यदि किसी कारण से रॉकेट में गडबड़ी हो जाए और वह गिर जाए तो जनहानि होने की संभावना न्यूनतम रहती है।
मौसम भी रहता है साफ
किसी भी स्पेस मिशन को लॉन्च करने के लिए जरूरी है कि मौसम पूरी तरह से अनुकूल रहें। श्रीहरिकोटा में मौसम भी साफ रहता है। यहां पर वर्ष के 12 महीनों में से लगभग दस महीने मौसम बिल्कुल साफ और सूखा रहता है। इस कारण यहां लॉन्च होने वाले मिशन को खराब मौसम की वजह से बार-बार रद्द भी नहीं करना पड़ता है।