डॉ. आशीष कुमार। नासा (NASA) ने सभी को चांद की सैर कराने का जिम्मा ‘कैली रोड्रिगेज’ (Callie Rodriguez) को दिया है। लेकिन चौकिए मत, कैली रोडिगेज आपको किसी रॉकेट या स्पेस शिप के जरिए चांद पर नहीं ले जाएगी। बल्कि ग्राफिक नॉवेल के जरिए आपको अंतरिक्ष की सैर कराएगी।
कैली रोड्रिगेज, नासा (NASA) द्वारा जारी किए पहले कार्टून नॉवेल ‘फर्स्ट वूमन – प्रॉमिस फॉर हयूमेनिटी’ में फिमेल कार्टून करेक्टर है, जिसे लीड एस्ट्रोनॉट के रूप में दिखाया गया है। नासा कार्टून नॉवेल के जरिए अंतरिक्ष के जिज्ञासुओं को चांद और अंतरिक्ष की काल्पनिक सैर पर ले जाएगा। इसमें अंतरिक्ष की तकनीकी जानकारियों को कथानकों और घटनाओं के जरिए पेश किया गया है।
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नासा की वेबसाइट पर यह नॉवेल सभी के लिए पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड के लिए निशुल्क उपलब्ध है, जिसे ‘फर्स्ट वूमन ग्राफिक नॉवेल’ होने का दावा किया जा रहा है। इसमें पाठक ‘इंटरएक्टिव एक्सपीरिएंस’ (Interactive Experience) भी कर सकता है। इसके लिए एक्सआर (XR) तकनीक का इस्मेमाल किया गया है। एक्सआर का अर्थ होता है विस्तारित वास्तविकता (Extended Reality)।
कार्टून नॉवेल सीरीज का पहला अंक ‘ड्रीम टू रियलटी’ टैगलाइन के साथ जारी हुआ है। नॉवेल के पहले अंक में कवर सहित 44 पेज हैं। नॉवेल के कवर पर महिला कार्टून पात्र कैली रोड्रिगेज को एस्ट्रोनॉट सूट पहने हुए व हाथ में एस्ट्रॉनेट हेलमेट लिए हुए दिखाया गया है। पास में बड़ी आंखों वाले रोबोट कार्टून को दिखाया गया है, जो उसके सहायक के रूप में मौजूद है। कैली रोड्रिगेज का कवर फोटो अंतरिक्ष की गहराइयों में झांक रहा है और अंतरिक्ष के जिज्ञासुओं के मन में उत्कंठा पैदा कर रहा है।
नॉवेल के अंत में अंतरिक्ष यात्राओं और शोधों में योगदान देने वाली महिलाओं को उनके फोटो और ब्यौरे सहित श्रेय दिया गया है। इनमें अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला वेलेटीना वी टेरेसकोवा, जोकि रूस की नागरिक थी, अमेरिका की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री सैली राइड के साथ मेई सी जैमीसन, एलन ओचा, पैगी विटसन, चार्ली ब्लैकवल थॉमसन का चित्रित उद्धरण दिया गया है।
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कल्पना चावला का कोई जिक्र नहीं
आश्चर्य की बात यह है कि नासा ने इस नॉवेल में भारत मूल की अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला का जिक्र तक नहीं किया है। जबकि कल्पना चावला ने नासा के अंतरिक्ष अभियान के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी।
[लेखक ‘इंटरनेटशल स्कूल ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्टडीज’ (ISOMES) में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं]