10th-Century Burial Site: हंगरी के कार्पेथियन बेसिन में 10वीं शताब्दी का एक अवशेष सामने आया है, जिसमें एक महिला को हथियारों के साथ दफनाया गया था। बता दें कि सर्रेतुद्वारी-हिजोफोल्ड कब्रिस्तान में एक कंकाल के अवशेष और हथियारों सहित कब्र की पहचान की गई। इस रिसर्च का नेतृत्व डॉ. बालाज तिहानी ने कियाऔर इसे PLOS ONE में प्रकाशित किया गया।
मिला महिला का कंकाल
Phys.org ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इस कब्र में एक चांदी की पेननेलुलर हेयर रिंग, बेल बटन, एक बैंड नेकलेस और तीरंदाजी से संबंधित आइटम जैसे कि एक तीर का सिरा, तरकश के हिस्से और एक एंटलर धनुष प्लेट शामिल थे। जेनेटिक्स और मॉर्फोलॉजिकल टेस्ट से इस बात की पुष्टि हुई कि SH-63 कंकाल एक महिला का अवशेष है। डॉ. बालाज तिहानी ने बताया कि SH-63 के कब्र के सामान में पुरुष और महिला दोनों से जुड़ी चीजें हैं।
योद्धा का अवशेष
हंगरी में मिले इस SH-63 अवशेष के साथ हथियारों की मौजूदगी ने इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि यह एक योद्धा का अवशेष है। शोधकर्ताओं ने बताया कि योद्धा वर्ग का हिस्सा होने के लिए विशिष्ट सामाजिक रोल शामिल होते हैं और इसको साबित करने के लिए केवल भौतिक साक्ष्य ही काफी नहीं हैं।
इस अवशेष में ज्वाइंट चेंज और ट्रॉमा जैसे इंडिकेटर की पहचान की गई, जो आमतौर पर घुड़सवारी या हथियार के उपयोग जैसी एक्टिविटी में शामिल होने की तरफ इशारा करते हैं। हालांकि, शोधकर्ताओं ने इस बात पर जोर दिया गया कि ये संकेत उस समय के दैनिक जीवन से जुड़े हो सकते हैं।
10वीं शताब्दी की समाजिक संरचना
रिसर्च में बताया गया कि यह खोज 10वीं शताब्दी के हंगरी में जीवन की जटिलता की एक झलक दिखाती है, जिसमें SH-63 के कब्र ने उस समय की भूमिकाओं और सामाजिक संरचनाओं के बारे में सवाल उठाए हैं। इस मामले की तुलना उसी अवधि के अन्य मामलों से करने के लिए आगे की जांच की योजना बनाई गई है, जिसका उद्देश्य उस युग की सामाजिक स्थिति और गतिशीलता को समझना है।
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