Buddh Purnima 2025: बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा या वैशाखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इसे हिंदू और बौद्ध धर्म में बहुत खास और पवित्र दिन माना जाता है। साल 2025 में वैशाख माह की पूर्णिमा 12 मई पड़ेगी। इस दिन की रात को चंद्रमा अपनी पूरी शक्ति के साथ चमकता है, जिससे इस समय किए गए उपायों का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
वैशाख पूर्णिमा की रात को आध्यात्मिक ऊर्जा अपने चरम पर होती है और इस समय किए गए अनुष्ठान जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाते हैं। वैशाख पूर्णिमा का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत गहरा है। हिंदू धर्म में इस दिन भगवान विष्णु और चंद्रदेव की पूजा होती है, जबकि बौद्ध धर्म में यह भगवान बुद्ध के जन्म, बुद्धत्व प्राप्ति और महापरिनिर्वाण का प्रतीक है। ज्योतिष में भी इस रात को विशेष माना जाता है, क्योंकि चंद्रमा की ऊर्जा इस समय अत्यंत शक्तिशाली होती है। इस रात के उपाय नकारात्मकता को दूर करते हैं और जीवन में सकारात्मकता का बढ़ाते हैं। आइए जानते हैं कि वैशाख माह की पूर्णिमा पर क्या उपाय किए जा सकते हैं।
तुलसी के पत्तों का जल छिड़कें
वैशाख पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की रोशनी में तुलसी का जल छिड़कना एक प्रभावी उपाय है। यह उपाय आपके घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक वातावरण बनाता है। तुलसी को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है, और चंद्रमा की ऊर्जा इसे और शक्तिशाली बनाती है।
रात में चांद निकलने के बाद एक कटोरी में साफ पानी लें और उसमें तुलसी के 5-7 पत्ते डालें। इस पानी को चंद्रमा की रोशनी में 10 मिनट रखें। इस जल को अपने घर के मुख्य द्वार, आंगन और कमरों में छिड़कें। ऐसा करते समय ‘ॐ चन्द्रमसे नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें। यह उपाय घर में शांति और सौहार्द लाता है।
चांदी के सिक्के का उपाय
वैशाख पूर्णिमा की रात को चांदी के सिक्के का प्रयोग बेहद अचूक माना जाता है। चांदी चंद्रमा की धातु मानी जाती है, और यह नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करने में सक्षम होती है। यह उपाय स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है।
इस दिन एक छोटा चांदी का सिक्का लें और उसे गंगाजल से धोकर साफ करें। रात को चंद्रमा की रोशनी में इस सिक्के को 15 मिनट रखें। इसे अपने माथे, गले और हृदय पर स्पर्श कराएं। इसके साथ ही ‘ॐ श्रीं नमः’ मंत्र का 21 बार जाप करें। इसके बाद सिक्के को अपने पर्स या तिजोरी में रखें। यह उपाय आर्थिक स्थिरता और मानसिक शांति लाएगा।
नीम के पत्तों का उपाय
वैशाख पूर्णिमा की रात को नीम के पत्तों का धुआं करना चाहिए। नीम को औषधि और आध्यात्मिक रूप से शुद्ध माना जाता है, और यह घर से बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है। यह उपाय परिवार में स्वास्थ्य और एकता लाने में मदद करता है।
रात में 7 सूखे नीम के पत्ते लें और उन्हें एक मिट्टी के दीये में रखें। इसमें थोड़ा-सा घी डालकर जलाएं। इस धूप को घर के हर कोने में ले जाएं, खासकर प्रवेश द्वार और पूजा स्थल पर जरूर ले जाएं। ऐसा करते समय ‘ॐ भैं भैं नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें। धूप जलाने के बाद बची राख को बाहर फेंक दें। यह उपाय आपके घर को शुद्ध और सुरक्षित बनाएगा।
चंद्रमा के नीचे कागज पर इच्छा लिखें
वैशाख पूर्णिमा की रात को अपनी इच्छाओं को कागज पर लिखना एक अनोखा और शक्तिशाली उपाय है। चंद्रमा की ऊर्जा इस समय आपकी इच्छाओं को पूरा करने में मदद करती है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है, जो अपने लक्ष्यों को हासिल करना चाहते हैं।
इस दिन एक साफ सफेद कागज लें और उस पर अपनी सबसे बड़ी इच्छा या लक्ष्य लाल स्याही से लिखें। इसे चंद्रमा की रोशनी में रखें और ‘ॐ ऐं क्लीं नमः’ मंत्र का 21 बार जाप करें। इसके बाद कागज को मोड़कर अपने तकिए के नीचे रखकर सो जाएं। अगले दिन इसे किसी पवित्र स्थान पर रख दें या बहते जल में प्रवाहित करें। यह उपाय आपकी इच्छाओं को पूरा करने में सहायता करेगा।
शहद और केसर का उपाय
वैशाख माह पूर्णिमा की रात को एक छोटी कटोरी में शुद्ध शहद लें और उसमें केसर की 2-3 रेशे मिलाएं। इसे चंद्रमा की रोशनी में 10 मिनट रखें। इसके बाद इसे चंद्रमा को अर्पित करते हुए ‘ॐ श्रीं ह्रीं नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें। इस प्रसाद को परिवार के सदस्यों में बांटकर खाएं। यह उपाय आपके रिश्तों में मिठास और सुख लाएगा।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्रों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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