Vaishakh Purnima 2024 Upay: सनातन धर्म में एकादशी का व्रत और पूर्णिमा की तिथि बहुत ही शुभ मानी जाती है। क्योंकि दोनों ही दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही एकादशी के दिन व्रत भी रखा जाता है। जो लोग पूर्णिमा और एकादशी के दिन व्रत रखते हैं उन्हें कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है। बता दें कि कुछ दिन बाद वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि आने वाली है।
वैशाख पूर्णिमा की तिथि दान-स्नान और व्रत के लिए बेहद शुभ मानी गई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख की पूर्णिमा तिथि का व्रत श्री कृष्ण के परम मित्र सुदामा ने भी किया था। तभी उन्हें सारी समस्याओं से मुक्ति मिली थी। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि के दिन कुछ ज्योतिषीय उपाय बताए गए हैं। तो आइए उन उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कब है वैशाख पूर्णिमा
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, साल 2024 में वैशाख पूर्णिमा 23 मई दिन गुरुवार को रखा जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार, वैशाख महीना विशाखा नक्षत्र से जुड़ा हुआ है। वहीं विशाखा नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति होते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा की शुरुआत 22 मई दिन बुधवार को शाम 6 बजकर 47 मिनट पर होगी और पूर्णिमा तिथि की समाप्ति 23 मई 2024 दिन गुरुवार को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर होगी। उदया तिथि के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा 23 मई 2024 दिन गुरुवार को मनाई जाएगी।
वैशाख पूर्णिमा पर ज्योतिषीय उपाय
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा के दिन घड़ा, चप्पल और छाता का दान करना बहुत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दिन झाड़ू और काले तिल का दान का भी विशेष महत्व है। मान्यता है कि जो लोग वैशाख पूर्णिमा के दिन इन चीजों का दान करते हैं उनकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। साथ ही घर में कभी भी दरिद्रता नहीं आती है। माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
ज्योतिषियों के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा के दिन 11 पीली कौड़ी लेकर माता लक्ष्मी के चरणों में रख कर अगले दिन लाल कपड़े में कौड़ियों को बांधकर तिजोरी में रखें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तिजोरी में कौड़ियां रखने से आर्थिक तंगी से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही घर में कभी भी धन की समस्या नहीं होती है।
पूर्णिमा पर बनेगा कई शुभ संयोग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि के दिन बहुत सारे शुभ संयोग बनने वाले हैं। बता दें कि पूर्णिमा के दिन रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग भी बनेगा। साथ ही गजकेसरी राजयोग, गुरुआदित्य राजयोग और शुक्रआदित्य राजयोग का निर्माण होगा। इन शुभ राजयोग के निर्माण होने से वैशाख पूर्णिमा का महत्व और अधिक बढ़ गया है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।