Vaishakh Amavasya Upay: वैदिक पंचांग के अनुसार, कल यानी 8 मई 2024 दिन बुधवार को वैशाख माह की अमावस्या तिथि है। बता दें कि अमावस्या के दिन कई सारे उपाय किए जाते हैं। मान्यता है कि इन उपायों को करने से कालसर्प दोष, शनि दोष और पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार, वैशाख अमावस्या के दिन जो लोग इन उपायों को करते हैं उनके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि होती है। अमावस्या के दिन स्नान-ध्यान के साथ पितरों के तर्पण के लिए बेहद शुभ होता है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि किन-किन उपायों से पितृ दोष, काल सर्प दोष और शनि दोष से मुक्ति मिल सकती है।
इन उपायों से मिलेगी मुक्ति
शनि दोष के उपाय
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती भी मनाई जाती है। मान्यता है कि शनि जयंती दक्षिण भारत में बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है। ज्योतिषियों के अनुसार, शनि जयंती के दिन शनिदेव पर तिल, तेल और नीला रंग के आकाओं का फूल आदि अर्पित करना चाहिए। इसके साथ ही शनि चालीसा का पाठ भी करना चाहिए। मान्यता है कि शनि चालीसा का पाठ करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही शनि देव के दुष्प्रभाव से भी मुक्ति मिल जाती है।
पितृ दोष के उपाय
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि आपकी कुंडली में पितृ दोष है तो आपको अमावस्या के दिन सुबह उठकर स्नान-ध्यान करके पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें। साथ ही शाम के समय उसी स्थान पर दीपक प्रज्वलित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से पितरों की आत्मा तृप्त हो जाती है।
कालसर्प दोष के उपाय
ज्योतिषियों के अनुसार, कुंडली में काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए अमावस्या के दिन किसी मंदिर में जाकर शिवलिंग पर लगे सर्प का अभिषेक करें। उसके बाद सर्प की विधि-विधान से पूजा अर्चना करें। मान्यता है कि ऐसा करने से काल सर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है। यदि आप तांबे का सर्प बहते हुए पानी में प्रवाहित करते हैं तो इस उपाय से भी काल सर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।