Somwar Upay: हिन्दू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी विशेष देवता और ग्रह से जुड़ा है. इनमें से सोमवार का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. इसे भगवान शिव और चंद्रमा के दिन के रूप में जाना जाता है. इस दिन किए गए छोटे-छोटे उपाय व्यक्ति के जीवन में शांति, संतुलन और मानसिक स्थिरता लाने में मदद करते हैं. आइए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जानते हैं, इस दिन कौन-सी 5 चीजें खाने से बचना चाहिए, अन्यथा चंद्रमा ग्रह खराब हो जाते हैं?
सोमवार: भगवान शिव और चंद्रमा का दिन
सोमवार का नाम ‘सोम’ चंद्रमा से लिया गया है, जो उनका एक नाम है, जिसका तात्पर्य सौम्यता से है. ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा का संबंध मन, भावनाओं और मानसिक शांति से है. वहीं, इस दिन के देवता भगवान शिव संसार के कल्याणकारी और ध्वंसात्मक दोनों प्रकार के देव हैं. लेकिन, जो व्यक्ति श्रद्धा के साथ सोमवार को शिव की पूजा करता है, उसके जीवन के दुख दूर होते हैं और मन में स्थिरता आती है. अविवाहित लड़कियां उत्तम वर पाने और विवाहित महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र के लिए सोमवार व्रत करती हैं.
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सोमवार को न खाएं ये 5 चीजें
सोमवार को कुछ खास खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए, क्योंकि ये चंद्रमा की सौम्यता और मानसिक शांति को प्रभावित कर सकते हैं. ये चीजें हैं:
बैंगन: बैंगन तामसिक भोजन की श्रेणी में आता है, हो सात्विक विचारों में बाधा उत्पन्न करता है. यह आलस्य और उग्रता बढ़ाता है, जिससे मन शांत नहीं रह पाता.
काला तिल: काला तिल शनिदेव से जुड़ा माना जाता है. सोमवार को इसका सेवन मन पर भारीपन डाल सकता है और शिव पूजा के लिए उपयुक्त नहीं है.
लहसुन और प्याज: ये दोनों तामसिक खाद्य पदार्थ मन को उत्तेजित करते हैं और मानसिक अशांति को बढ़ाते हैं. सोमवार के दिन इन्हें खाने से ध्यान और एकाग्रता प्रभावित होती है.
कड़वा या कसैला भोजन: चंद्रमा कफ और पित्त के कारक ग्रह हैं. इस दिन अत्यधिक कसैली चीजें जैसे नीम या कड़वे फल कफ और पित्त दोष बढ़ाते हैं. यह चिड़चिड़ापन और नकारात्मकता बढ़ाता है.
मांस और शराब: ये पदार्थ शरीर और मन को अशांत बनाते हैं. सोमवार के दिन सेवन से भावनात्मक अस्थिरता बढ़ती है और चंद्रमा की शुभता कम हो जाती है.
चंद्रमा ग्रह पर प्रभाव
सोमवार को इन 5 वर्जित चीजों के सेवन से चंद्रमा कमजोर होते हैं. इसका असर हमारे मन और भावनाओं पर प्रत्यक्ष दिखाई देता है. तामसिक भोजन मन में अशांति, क्रोध और तनाव लाता है. वहीं, सात्विक आहार, जैसे फल, दूध, हल्का भोजन लेने से मन शांत और विचार स्पष्ट रहते हैं. इसके अलावा, अत्यधिक कसैला या तीखा भोजन जल और कफ तत्व का असंतुलन पैदा करता है, जिससे नींद और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है.
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