Shani ki Sadhe Sati Upay: अगर किसी की को शनि की साढ़े साती का प्रभाव झेलना पड़ता है तो यह बहुत ही अहम समय होता है. जब कुंडली में चंद्र राशि से 12वें, 1वें और 2वें भाव में शनि भ्रमण करते हैं तो व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़े साती होती है. शनि की साढ़े साती होने पर इंसान को कठिनाइयों और मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. लेकिन शनि कर्मफल दाता है. अच्छे कर्म करने वाले लोगों को शनि देव अच्छे परिणाम देते हैं. शनि की साढ़े साती में सत्य, ईमानदारी और अच्छे कर्मों के मार्ग पर चलने वाले को प्रगति, सम्मान और सफलता मिलती है. जबकि, गलत कामों में लगे लोगों को मुश्किल और चुनौतियां का सामना करना पड़ता है.
इन 3 राशियों पर शनि की साढ़े साती का साया
मेष राशि
मेष राशि पर शनि की साढ़े साती का 31 मई 2032 तक रहेगी. ऐसे में नए कामों की शुरुआत में जल्दबाजी न करे. आपको इससे नुकसान हो सकता है. मेष राशि के जातकों पर अभी शनि की साढ़े साती का पहला चरण चल रहा है.
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कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती 23 फरवरी 2028 तक रहेगी. ऐसे में आपके लिए समय चुनौतिपूर्ण रहेगा. करियर और परिवारिक मामलों में सावधानी से फैसले लें. धैर्य से काम करने की जरूरत है.
मीन राशि
मीन राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है. मीन वालों पर 17 अप्रैल 2030 तक शनि की साढ़े साती रहेगी. इसके कारण आपके जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं. कोई भी फैसला अच्छे से सोच-समझकर लें.
शनि की साढ़े साती के प्रभाव को कम करने के उपाय
शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर शनि देव की पूजा करें. शनि देव की श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना करें. पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं. किसी जरूरतमंद को काले कपड़े, काले चने, लोहे के बर्तन का दान करें. शनि चालीसा और शनि देव के मंत्रों का जाप करें.
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