Sawan 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, कल यानी 22 जुलाई से सावन मास का आरंभ हो रहा है, जिसका समापन 19 अगस्त को होगा। सावन के पवित्र माह में शिव जी के भक्त उनकी पूजा करते हैं। इसी के साथ व्रत भी रखा जाता है। हालांकि सावन के दौरान कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। नहीं तो साधक को पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। इसके अलावा व्रत भी खंडित हो जाता है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 21 जुलाई को दोपहर 03:47 मिनट से श्रावण मास में आने वाली प्रतिपदा तिथि की शुरुआत हो रही है, जिसका समापन 22 जुलाई को दोपहर 01:11 मिनट पर होगा। ऐसे में आज यानी 21 जुलाई से व्यक्ति को कुछ चीजों का सेवन करना बंद कर देना चाहिए। चलिए जानते हैं उन पांच चीजों के बारे में, जिनका सेवन व्यक्ति को सावन माह शुरू होने से करीब 24 घंटे पहले ही बंद कर देना चाहिए।
मसालेदार खाना
जो लोग सावन के व्रत रख रहे हैं या सावन माह के दौरान शिव जी की पूजा करते हैं, उन्हें आज से तला-भुना, मसालेदार और फास्ट फूड का सेवन करना बंद कर देना चाहिए। इसके अलावा सावन के पूरे माह भी इन चीजों को खाने से बचना चाहिए।
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नमक
धार्मिक मान्यता के अनुसार, देवी-देवताओं को समर्पित ज्यादातर व्रत में नमक का सेवन करने की मनाही होती है। सावन के शुभ माह में भी नमक नहीं खाया जाता है। ऐसे में आज से ही आप खाने में नमक का इस्तेमाल करना बंद कर दें। हालांकि नमक की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल आप कर सकते हैं।
प्याज और लहसुन
सावन में प्याज और लहसुन का सेवन करने की मनाही होती है। इसके अलावा सावन माह शुरू होने से 24 घंटे पहले ही इनका सेवन करना बंद कर देना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, प्याज और लहसुन का सेवन करने से शरीर में गर्मी बढ़ती है, जिसके कारण व्यक्ति का पूजा-पाठ में मन नहीं लगता है और उसका ध्यान गलत चीजों की तरफ ज्यादा आकर्षित होता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
सेहतमंद रहने के लिए नियमित रूप से हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना जरूरी होता है, लेकिन सावन के पवित्र माह में इन्हें खाने की मनाही होती है। दरअसल, हरी पत्तेदार सब्जियों में बैक्टीरिया और विभिन्न तरह के वायरस जल्दी जन्म लेते हैं। ऐसे में आप इन्हें खाते हैं, तो इससे आपको जीव हिंसा का पाप लग सकता है। इसलिए आज से ही हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना बंद कर दें।
दूध और दही
घास में कीड़े और वायरस जल्दी पनपते हैं, जिन्हें गाय और भैंस खा लेते हैं। ऐसे में दूध दूषित हो जाता है। इसी वजह से सावन का पवित्र माह शुरू होने से 24 घंटे पहले ही दूध का सेवन करना बंद कर दिया जाता है।
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