---विज्ञापन---

Sawan 2024: सावन माह की शिवरात्रि पर इन 4 मुहूर्त पर करें पूजा, शिव जी की होगी अपार कृपा!

Sawan Shivaratri 2024: पवित्र सावन में महीने की शिवरात्रि एक खास अवसर है, जो हमें भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न करने का एक विशेष मौका देता है। मान्यता है कि सावन शिवरात्रि पर निशिता काल पूजा करने से आयु, बल, प्रतिष्ठा और सौभाग्य में वृद्धि होती है। आइए जानते हैं, इस पूजा का महत्व, मुहूर्त और पूजा विधि क्या है?

Edited By : Shyam Nandan | Updated: Jul 26, 2024 13:18
Share :

Sawan Shivaratri 2024: यूं तो हर महीने पड़ने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व है, लेकिन भगवान शिव को समर्पित पवित्र सावन के महीने में आने वाली मासिक शिवरात्रि बेहद फलदायी मानी गई है। इसे सावन शिवरात्रि भी कहते हैं। मान्यता है कि सावन के महीने में शिवरात्रि पर भगवान शिव की विशेष कृपा बरसती है, इस दिन की गई पूजा से मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है। आइए जानते हैं, सावन शिवरात्रि कब है, निशिता काल पूजा क्या है और इस पूजा का मुहूर्त और पूजा विधि क्या है?

सावन शिवरात्रि कब है?

शिवरात्रि भगवान शिव और देवी पार्वती के मिलन का विशेष पर्व है, जो प्रत्येक महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि के नाम मनाया जाता है। सावन के महीने में आने वाली शिवरात्रि को सावन या श्रावण शिवरात्रि कहा गया हैं। वैसे तो सावन का पूरा महीना ही भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ है, लेकिन इस महीने में आने वाली शिवरात्रि को अत्यधिक शुभ माना गया है। मनोकामनाओं को पूरी करने वाली सावन शिवरात्रि साल 2024 में 2 अगस्त को पड़ रही है।

---विज्ञापन---

सावन शिवरात्रि पूजा महूर्त

मान्यता है कि सावन शिवरात्रि व्रत करने और इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा से उनकी कृपा शीघ्र मिलती है। इससे मुश्किल और असंभव काम पूरे हो जाते हैं। साथ ही, इस रात को जागरण करने से करने से विशेष लाभ होता है। बता दें, रात में की गई पूजा को निशिता पूजा कहते हैं। इस साल सावन शिवरात्रि पूजा के लिए 2 अगस्त को हर प्रहर के हिसाब से पूजा का महूर्त इस प्रकार है:

---विज्ञापन---
  • पहला महूर्त: शाम में 7 बजकर11 मिनट से 9 बजकर 49 मिनट तक
  • दूसरा महूर्त: रात में 9 बजकर 49 मिनट से 12 बजकर 27 मिनट तक
  • तीसरा महूर्त: रात में 12 बजकर 27 मिनट से 3 बजकर 6 मिनट तक
  • चौथा महूर्त: रात में ब्रह्म मुहूर्त से पहले 3 बजकर 6 मिनट से सूर्योदय से पहले 5 बजकर 44 मिनट तक

सावन शिवरात्रि पूजा का महत्व और फल

सावन शिवरात्रि के शुभ अवसर पर भगवान शिव की पूजा से श्रद्धालु पर विशेष कृपा होती है और मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है।

  • जिनके जीवन विवाह बाधाएं में आ रही हैं, तो उन्हें इसे दूर करने के लिए सावन शिवरात्रि व्रत अवश्य करना चाहिए। इससे विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और मनचाहा जीवनसाथी मिलता है।
  • सावन शिवरात्रि की पूजा से घर में सुख और समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और नए आत्मविश्वास का संचार होता है।
  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन शिवरात्रि की पूजा से पापों का नाश होता है और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

ये भी पढ़ें: Temples of India: यहां होती है कुत्तों की पूजा, इस मंदिर में कांतारा करते हैं Puppy का नामकरण

ये भी पढ़ें: दुर्योधन की पत्नी महासुंदरी भानुमती की कहानी, पति की मृत्यु के बाद क्यों किया अर्जुन से विवाह, पढ़ें पूरी कथा

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

HISTORY

Written By

Shyam Nandan

First published on: Jul 26, 2024 01:16 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें