Premanand Ji Maharaj Ke Vichar: प्रेमानंद महाराज आध्यात्मिक ज्ञान देने और लोगों को जीवन की शिक्षा देने के लिए प्रसिद्ध हैं. कई बड़ी हस्तियां भी प्रेमानंद महाराज की शरण में जा चुकी हैं. वह वृंदावन के मशहूर संत हैं. प्रेमानंद महाराज अपने श्री हित राधा कृपा धाम में भक्तों से मिलते हैं जहां वह उनके सभी सवालों का जबाव देते हैं. वह अपने विचाारों के जरिए जीवन जीने से जुड़ी बाते बताते हैं. आप अपने जीवन की मुश्किलों से परेशान हैं तो प्रेमानंद महाराज के इन विचारों को याद कर लें. यह आपके जीवन को आसान बना देंगे. चलिए प्रेमानंद महाराज के विचार पढ़ते हैं.
प्रेमानंद महाराज के अनमोल विचार (Premanand Ji Maharaj Quotes)
- “पाप करने वाले को सुख प्राप्त नहीं होता” जो व्यक्ति जीवन में पाप करता है वह कभी सुखी नहीं रहता है.
- “परिवार के एक सदस्य के भजन का प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है” घर-परिवार में किसी एक सदस्य के पूजा और भजन का प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है.
- “जिस स्थिति में भगवान रखें, उसी में संतुष्ट रहना चाहिए” आपको भगवान जैसी भी स्थिति में रखते हैं आपको उसी स्थिति में खुश और संतुष्ट रहना चाहिए.
- “जो दूसरों के दुख में आनंदित होता है, उसे महा दुख भोगना पड़ता है” किसी दूसरे के दुख को देखकर खुश होना महापाप होता है.
- “वृद्धजनों और माता-पिता की सेवा साक्षात् भगवान की सेवा है” प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, माता-पिता और वृद्धजनों की सेवा करना भगवान की सेवा के बराबर है.
- “प्रभु का नाम जप संख्या से नहीं डूब कर करो” भगवान का नाम जप संख्या में नहीं बल्कि, भक्ति में डूबकर करना चाहिए.