Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा, जिन्हें नीब करौरी बाबा के नाम से भी जाना जाता है, आधुनिक भारत के एक महान संत और आध्यात्मिक गुरु थे। वे भगवान हनुमान के अनन्य भक्त थे और उनका जीवन हनुमान जी की भक्ति और सेवा को समर्पित था। उनकी साधना, सादगी और अलौकिक चमत्कारों के कारण उन्हें ‘कलियुग में भगवान हनुमान का साक्षात अवतार’ माना गया है। उनका प्रमुख आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल के पास ‘कैंची धाम’ में स्थित है, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु उनकी समाधि के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं।
नीम करोली बाबा ने हनुमान चालीसा को हनुमान जी की साधना के लिए हनुमान चालीसा का पाठ और जाप को सबसे बताया है। वे हनुमान चालीसा को हनुमान जी की भक्ति और साधना का सबसे प्रभावशाली साधन मानते थे। उन्होंने यह भी कहा है कि हनुमान चालीसा का एक-एक दोहा और चौपाई महामंत्र है और इनमें जीवन की हर समस्या का समाधान मिलता है।
ये भी पढ़ें: Neem Karoli Baba: बच्चों को सिखाएं नीम करोली बाबा की ये 5 आदतें, सफल होने से कोई नहीं रोक सकता!
एक महान हनुमान भक्त होने के कारण वे राम रक्षा स्तोत्र के पाठ और जाप में लीं रहते थे। उन्होंने राम रक्षा स्तोत्र को हनुमान चालीसा की तरह असरकारी बताया है। उन्होंने कहा है कि राम रक्षा स्तोत्र में भगवान श्रीराम की कृपा प्राप्त करने का अमोघ माध्यम छिपा है, इसे सुनने मात्र से पाप कट जाते हैं। आइए जानते हैं, राम रक्षा स्तोत्र का महत्व और इससे जुड़ी उपयोगी बातें।
शक्तिशाली और चमत्कारी प्रार्थना
नीम करोली बाबा के अनुसार, प्रभु श्रीराम की स्तुति में रचित ‘राम रक्षा स्तोत्र’ एक अत्यंत शक्तिशाली और चमत्कारी प्रार्थना है। उनका कहना था कि इसका नित्य पाठ करने से व्यक्ति के मन में सकारात्मकता का संचार होता है और उसके चारों ओर सुरक्षा का एक दिव्य कवच निर्मित हो जाता है। यह स्तोत्र जीवन को हर प्रकार के संकट से बचाने में सहायक होता है।
मिलती है हर डर और भय से मुक्ति
राम रक्षा स्तोत्र का नियमित पाठ करने से श्री हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर प्रकार से रक्षा करते हैं। इस स्तोत्र के नित्य पाठ से व्यक्ति के मन से सभी प्रकार के भय समाप्त हो जाते हैं, जिससे वह निर्भय और निडर होकर जीवन जी सकता है।
मिट जाता है मंगल ग्रह का दोष
राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करने से मंगल ग्रह के कुप्रभाव समाप्त हो जाते हैं। नित्य पाठ से व्यक्ति को दीर्घायु, संतान सुख, शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है। यह स्तोत्र जीवन को कष्टों और परेशानियों से दूर रखता है।
शरणागत की रक्षा करते हैं श्रीराम
जो व्यक्ति नियमित रूप से राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करता है, वह अनेक प्रकार की विपत्तियों से बचा रहता है। इस पाठ के माध्यम से व्यक्ति प्रभु श्रीराम की शरण में आता है, और अपने शरणागत की रक्षा करना उनका धर्म है। श्रीराम अपने भक्तों को हर संकट से बचाते हैं और उनका मार्ग प्रशस्त करते हैं।
ये भी पढ़ें: Numerology: 2025 में इस मूलांक की 3 तारीखों में जन्मे लोगों पर होगी हनुमान जी की खास कृपा, बनेंगे बिगड़े काम!
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।