Half Moon On Palm Meaning: हस्तरेखा शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विद्या है, जिसे ज्योतिष शास्त्र का अहम हिस्सा माना जाता है. इसमें हथेली की रेखाओं और चिह्न के जरिए व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य का विश्लेषण किया जाता है. इसमें हथेली पर चांद बनना भी एक अहम संकेत माना गया है. इसके जरिए किसी भी व्यक्ति के स्वभाव, स्वास्थ्य, बुद्धिमत्ता, करियर, इनकम, लव लाइफ और आध्यात्मिक स्थिति का आकलन किया जा सकता है. आइए जानते हैं कि हस्तरेखा शास्त्र में हथेली पर चांद बनने का महत्व क्या है.
आधा चांद होना है शुभ संकेत
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली पर स्पष्ट (बिना टूटा) आधा चांद बनना शुभ माना गया है. ये संकेत है कि व्यक्ति चतुर है, जिसे अपना अच्छा और बुरा बहुत अच्छे से पता है. ऐसे लोग अपनी मेहनत से जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करते हैं.
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भगवान स्वयं करते हैं मदद
जिनकी हथेली पर आधा चांद बिना टूटे हुए स्पष्ट और गहरा होता है, वो दिल के अच्छे होते हैं. ऐसे लोग कभी भी किसी की मदद करने से पीछे नहीं हटते हैं, बल्कि सब का सहयोग करते हैं. इसके अलावा इन लोगों पर देवी-देवताओं की भी विशेष कृपा रहती है, जो उनकी हर मोड़ पर सहायता करते हैं.
इन फील्ड में होते हैं सफल
जिन लोगों के हाथ पर आधा चांद होता है, उन्हें संगीत, साहित्य, एक्टिंग, मॉडलिंग या पत्रकारिता में अपना करियर बनाना चाहिए. इन फील्ड में इन्हें सफलता मिलने की संभावना ज्यादा होती है.
असफल होने का देता है संकेत
हथेली पर गहरा और बीच में से बार-बार टूटता चांद होना अशुभ होता है. ये संकेत है कि व्यक्ति चंचल है, जो किसी भी काम को पूरा नहीं करता है. व्यक्ति हर काम को बीच में छोड़ देता है. इसके अलावा ऐसे लोग अपने रिश्ते भी दिल से नहीं निभाते हैं, बल्कि परिस्थितियों से भागते हैं. इन लोगों के जीवन में सफल होने की संभावना भी कम होती है.
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.










