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Chanakya Niti: चाणक्य की इन 5 नीतियों से जानिए, कैसे पाएं जीवन में सफलता, सुख और समृद्धि

Chanakya Niti: भारत के महान नीति-मर्मज्ञ आचार्य चाणक्य द्वारा बताई गई नीतियां आज भी जीवन में सफलता और संतुलन के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं। उन्होंने अनुभव से 5 ऐसे जीवन सूत्र बताए जो व्यक्ति को सम्मान, समृद्धि और स्थायी सफलता दिला सकते हैं। आइए जानते हैं, क्या हैं ये नीतियां?

Author Written By: Shyamnandan Author Published By : Shyamnandan Updated: Oct 13, 2025 11:07
Chanakya-Niti

Chanakya Niti: भारत के महान राजनीतिज्ञ और शिक्षक आचार्य चाणक्य ने जीवन को सफल और संतुलित बनाने के लिए जो नीतियां बताई हैं, वे आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। उन्होंने जीवन के हर पहलू को बारीकी से समझा और अनुभव के आधार पर कुछ स्पष्ट सूत्र दिए, जिसे हम चाणक्य नीति के रूप में जानते हैं। उन्होंने 5 ऐसी नीतियों बात की है, जिसे हम अपने जीवन में अपनाएं, तो निश्चित रूप से सफलता, सम्मान और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।

झूठ से दूर रहें

चाणक्य के अनुसार, सच्चाई ही सफलता का आधार है. वे कहते हैं कि झूठ का सहारा लेकर इंसान क्षणिक सुख तो पा सकता है, लेकिन दीर्घकालिक सफलता उससे कोसों दूर रहती है। झूठ से रिश्तों में दरार आती है और आत्मविश्वास कमजोर होता है। सच्चे व्यक्ति के पास लक्ष्मी स्वयं आती हैं क्योंकि उस पर समाज और ईश्वर दोनों की कृपा बनी रहती है।

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आलस को कहें अलविदा

चाणक्य ने आलस्य को मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु बताया है। जो लोग समय का सही उपयोग नहीं करते, वे जीवन की दौड़ में पीछे छूट जाते हैं। आलसी व्यक्ति न तो ज्ञान अर्जित कर पाता है, न ही धन।

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लालच से दूर रहें

चाणक्य नीति कहती है कि लोभ इंसान को कभी संतुष्ट नहीं रहने देता। चाणक्य कहते हैं कि लालची व्यक्ति हमेशा अधिक पाने की दौड़ में लगा रहता है और जो उसके पास है, उसका आनंद नहीं ले पाता है। साथ ही चाणक्य यह भी कहते हैं कि संतोष का अर्थ यह नहीं कि आप महत्वाकांक्षा न रखें, बल्कि यह कि आप जो भी अर्जित करें, उसके लिए कृतज्ञ रहें और गलत तरीकों से अधिक पाने की होड़ में न पड़ें।

स्पष्ट लक्ष्य रखें

चाणक्य का मानना था कि जीवन में स्पष्ट लक्ष्य का होना अत्यंत आवश्यक है। बिना लक्ष्य के जीवन दिशाहीन है। बिना लक्ष्य के व्यक्ति एक नाव की तरह होता है जिसे कोई भी लहर कहीं भी ले जा सकती है।

सच्चे आचरण से आता है सम्मान

चाणक्य की नीति कहती है कि आचरण ही किसी भी व्यक्ति की असली पहचान होता है। सच्चरित्र और संस्कारी व्यक्ति न केवल समाज में आदर पाता है बल्कि ईश्वर की भी कृपा उस पर बनी रहती है। यह नीति कहती है कि अपने व्यवहार को विनम्र और सहयोगी बनाए रखें।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है और केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

First published on: Oct 13, 2025 11:07 AM

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