Monday Remedies: सोमवार का दिन भगवान शिव और चंद्रदेव को समर्पित होता है। इस कि भगवान शिव का पूजन करने से जीवन का हर एक सुख मिलता है। वहीं, अगर आपको कोई बीमारी या कष्ट है, जिससे आप परेशान हैं तो सोमवार के कुछ अचूक उपाय आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
ज्योतिष के अनुसार कई ग्रहों के अशुभ फलों के चलते व्यक्ति रोगी हो जाता है। इस कारण इन रोगों से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव की पूजा को उत्तम बताया गया है। आइए जानते हैं कि रोग के अनुसार भगवान शिव का पूजन कैसे करें।
माइग्रेन और आंखों के रोग
माइग्रेन, सिरदर्द और आंखों के रोग सूर्य ग्रह से संबंधित रोग हैं। इन रोगों से मुक्ति पाने के लिए आक (मदार) के पौधे के फूल और फल भगवान शिव को सोमवार के दिन अर्पित करें।
मानसिक परेशानी
मानसिक परेशानी और ब्लड प्रेशर की समस्या से मुक्ति पाने के लिए भगवान शिव को काले तिल मिश्रित दूध अर्पित करें। यह रोग चंद्रमा के अशुभ फल के चलते होता है।
खून संबंधी रोग
यह रोग मंगल से संबंधित है। इन रोगों से छुटकारा पाने के लिए शिवलिंग पर गिलोय व अन्य जड़ी-बूटियां अर्पित करेंष
त्वचा और किडनी के रोग
ये रोग बुध के अशुभ प्रभाव के कारण होते हैं। इस रोग से मुक्ति के लिए विदारा के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।
लिवर की बीमारी
बृहस्पति ग्रह से संबंधित रोग जैसे मोटापा, आंतों और लिवर की बीमारी से मुक्ति चाहते हैं तो हल्दी को दूध में मिलाकर भगवान शिव को अर्पित करें।
गुप्त रोग या शारीरिक शक्ति में कमी
शुक्र के प्रभाव के कारण यह रोग होता है। इसके लिए पंचामृत, शहद और घी से शिवलिंग का अभिषेक करें।
जोड़ों में दर्द
घुटनों या जोड़ों में दर्द शनि के अशुभ प्रभाव की देन है। इसके लिए गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।
चक्कर और गंभीर मानसिक रोग
यह राहु और केतु के अशुभ प्रभाव के चलते हो सकते हैं। इनसे मुक्ति पाने के लिए भांग-धतूरे से शिवलिंग का अभिषेक करें।
गंभीर रोगों के लिए
शमी के फूलों को नीलकंठेश्वर महादेव का नाम लेकर शिवलिंग पर अर्पित कर दें। इससे गंभीर रोगों से छुटकारा मिल जाता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।