Telangana Assembly Election BJP Cancel Suspension of T Raja Singh: विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने रविवार को तेलंगाना विधायक टी राजा सिंह का निलंबन रद्द कर दिया। पार्टी के द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस पर जवाब देने के बाद टी राजा सिंह का यह निलंबन रद्द कर किया गया है। बता दें कि अगस्त 2022 में पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। टी राजा सिंह ने यह टिप्पणी भाजपा द्वारा नूपुर शर्मा को निलंबित करने और पैगंबर के खिलाफ उनकी टिप्पणियों पर एक अन्य पदाधिकारी को निष्कासित करने के महीनों बाद की थी।
संगठन सर्वोपरी !!
---विज्ञापन---मेरा निलंबन रद्द करने पर सबसे पहले, माननीय प्रधान मंत्री श्री @narendramodi जी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष @JPNadda जी, गृह मंत्री @AmitShah जी, संगठन सचिव श्री @blsanthosh जी, तेलंगाना भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री @kishanreddybjp जी, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय… pic.twitter.com/AyZTjKaB93
— Raja Singh (Modi Ka Parivar) (@TigerRajaSingh) October 22, 2023
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नोटिस का जवाब देने के बाद लिया गया फैसला
पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने एक अधिसूचना में बताया कि इस निलंबन के तहत, पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। उनके उत्तर और उसमें दिए गए स्पष्टीकरण पर समिति द्वारा विचार किया गया और जवाब के आधार पर समिति ने निलंबन को तुरंत रद्द करने का फैसला किया है। इसके बाद सिंह ने X पर एक पोस्ट में पीएम मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं को धन्यवाद देते हुए उन्होंने लिखा कि संपूर्ण भाजपा परिवार और गोशामहल के लोगों को मेरा आभार। जय बीजेपी, विजय बीजेपी।
किसी अन्य पार्टी में शामिल होने से किया था इनकार
बता दें कि पार्टी द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद मीडिया से बात करते हुए, सिंह ने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि भाजपा उनका निलंबन रद्द कर देगी और उन्हें गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने देगी। उन्होंने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) या कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की किसी भी संभावना से इनकार किया था।
तेलंगाना विधायक टी राजा सिंह सांप्रदायिक आधार पर अपने विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले उन्होंने 2017 में, उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को रोकने का प्रयास करने वालों को “सिर काटने” की धमकी देने के आरोप में हैदराबाद पुलिस ने उन पर मामला दर्ज किया था। बता दें कि तेलंगाना में 30 नवंबर को एक ही चरण में चुनाव होने हैं, जबकि 3 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।