World Sleep Day 2023: अक्सर सुनने में आता है कि कुछ लोगों को रात में सोते समय सपने आते हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है कि इन सपनों का कारण आप गहरी नींद में चले जाते हैं और कई बार आप जब सोकर उठते हैं, तो आपको ये सपने याद भी नहीं होते।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा हैं कि ऐसा क्यों होता हैं? कई बार ये भी होता है कि सपने काफी ब्लैक एंड वाइट, तो कभी कलरफुल क्यों नज़र आते हैं? ऐसा भी होता है कि आप सोकर उठ गए और अगर दुबारा सो गए तो फिर से उसी कहानी में खो जाते हैं।
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क्या हैं रेम स्लीप?
दलअसल, जिस टाइम आप सबसे ज्यादा सपनों में रहते हैं, उसे ‘आरईएम’ यानी ‘रैपिड आई मूवमेंट स्लीप’ कहा जाता है। ये वो सपने होते हैं, जिससे आपके गहरे इमोशन जुड़े होते हैं। साथ ही आरईएम स्लीप के दौरान मस्तिष्क नकारात्मक भावनाओं को कम करते हुए सकारात्मक भावनाओं के स्टॉक को मजबूत करने में बिजी होता हैं।
इस दौरान किसी का दिमाग बेहद सक्रिय होता है। साथ ही इस दौरान शरीर में कई गतिविधियां भी होती है, जैसे- आंखें तेज़ी से पलक के अंदर चलती हैं और सांसों के साथ-साथ हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर भी बढ़ता है।
क्यों महत्वपूर्ण हैं रेम स्लीप?
एक रिपोर्ट के मुताबिक आरईएम स्लीप यानी ‘रैपिड आई मूवमेंट स्लीप’ किसी भी इंसान की मेमोरीज को पढ़ने और उन्हें स्टोर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। साथ ही यह ज़िंदगी की भावनात्मक समस्याओं से लड़ने में और डर के ऊपर काबू पाने के लिए तैयार करती है।
इतना ही नहीं बल्कि आरईएम स्लीप हमें क्रिएटिव तरीके से सोचने और चीज़े याद रखने में मदद करती हैं। साथ ही हमारे शरीर को आरईएम स्लीप की दिन में 20- 25 प्रतिशत ज़रूरत होती है।
आरईएम की अवधि
इसके साथ ही जब आप सो जाते हैं तो उसके 90 मिनट बाद ही ये होती हैं। साथ ही ये करीब 10 मिनट तक चलती है और इसका अंतिम चरण एक घंटे तक चल सकता है।
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