Collagen For Skin: अगर आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं और स्किन केयर और मेकअप में रुचि रखते हैं। आज का बाजार सीरम, फेस क्रीम, शीट मास्क और कई सप्लीमेंट्स के साथ ही प्रोडक्ट्स से भरा हुआ है, जो आपको “यंग” दिखने का दावा करते हैं। आज ब्यूटी माक्रेट में सिर्फ नाम सुनते हैं- कोलेजन।
कोलेजन न केवल फाइन लाइन्स और झुर्रियों से लड़ सकता है, बल्कि आपकी स्किन को “युवा चमक” देने में भी मदद कर सकता है, लेकिन यह जानने से पहले कि क्या कोलेजन आपकी त्वचा के लिए वाकई में काम कर सकता है। इस पर विस्तार से समझें कि कोलेजन काम कैसे करता है और ये कितना जरूरी है, इसके अलावा इसकी कमी होने पर कैसे हम शरीर में इसकी पुर्ति कर सकते हैं, आइए जानें-
कोलेजन क्या है?
आसान शब्दों में समझें कोलेजन एक गोंद की तरह है, जो शरीर को एक साथ रखता है। यह एक तरह का प्रोटीन है, जो आपकी त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों, टेंडन और लिगामेंट में पाया जाता है। यह आपकी स्किन को मजबूती और लचीलापन देता है, इसके अलावा हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है और आपके ऑर्गन्स और मांसपेशियों की स्ट्रकचर को सपोर्ट करता है।
कोलेजन आपके चेहरे के लिए महत्वपूर्ण है। यह आपकी त्वचा को चिकना रहने में मदद करता है। जब हम छोटे होते हैं, तो हमारा शरीर हमारे चेहरे के लिए अच्छी मात्रा में कोलेजन का प्रोडक्शन करता है, जो हमारे चेहरे पर चमक देता है। हालांकि, समय के साथ, हमारे शरीर में कोलेजन कम हो जाता है, जिसके बाद झुर्रियां दिखने लगती हैं।
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अगर आप सोच रहे हैं कि हर कोई अब कोलेजन के बारे में क्यों बात कर रहा है, तो आप ऐसे अकेले व्यक्ति नहीं हैं, ये सारी चीजें सोशल मीडिया से आती है। आजकल लोगों ने इस प्रोटीन के बारे में बात करना शुरू कर दिया है और इसे अपनी “युवा त्वचा” के पीछे का कारण बताना शुरू कर दिया।
शरीर में कोलेजन की कमी को कैसे पूरा करें
सप्लीमेंट्स पर निर्भर रहने के बजाय शोरबा, मछली और पोल्ट्री जैसे कोलेजन के नेचुरल सोर्स पर ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा व्यायाम और भरपूर नींद जैसी आदतें अपनाने से भी हेल्दी कोलेजन लेवल बनाए रखने में मदद मिलती है।
कोलेजन के कुछ प्राकृतिक स्रोत दिए गए हैं:
शोरबा
यह कोलेजन से भरपूर होता है, क्योंकि यह जानवरों की हड्डियों और कनेक्टिव टिश्यू को उबालकर बनाया जाता है।
मछली
सैल्मन और मैकेरल जैसी फैटी मछली, जिसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है, जो कोलेजन बढ़ाने में मदद मिलती है।
जामुन
जामुन में हाईमात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो नेचुरल रूप से उत्पादित कोलेजन को डैमेज से बचाने में मदद करते हैं।
खट्टे फल
संतरे, नींबू और अंगूर विटामिन सी से भरपूर होते हैं, जो कोलेजन सिंथेसिस के लिए जरूरी है।
पत्तेदार सब्जियां
पालक, केल और अन्य पत्तेदार सब्जियां विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होती हैं, जो कोलेजन का प्रोडक्शन का समर्थन करती हैं।
अंडा
अंडे में अमीनो एसिड होता है, जो कोलेजन सिंथेसिस के लिए बिल्डिंग ब्लॉक होते हैं।
एवोकाडो
हेल्दी फैट और विटामिन ई से भरपूर, जो कोलेजन उत्पादन और त्वचा के स्वास्थ्य में सहायता कर सकता है।
मेवे और बीज
बादाम, अखरोट और अलसी में हाई मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और हेल्दी फैट होते हैं, जो कोलेजन सिंथेसिस का समर्थन कर सकते हैं।