Sargi Thali In Karva Chauth: करवा चौथ का त्योहार लगभग आ गया है और यह वह समय है जब विवाहित महिलाएं अपने सुंदर कपड़ों में सजती हैं, अपने हाथों को सुंदर मेहंदी डिजाइनों से सजाती हैं और सूर्योदय से चंद्रमा निकलने तक एक दिन का निर्जला व्रत रखती हैं, अपनी पति की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं। व्रत शुरू होने से पहले, सास अपनी बहुओं के लिए सरगी थाल तैयार करती हैं जिससे उपवास के दौरान एनर्जी बनी रहें। आपकी सरगी की थाली में प्री-फास्ट मील और ऐसी चीजें जो शरीर को आवश्यक पोषक तत्व दे सकें जरूर होनी चाहिए। आज हम सरगी की थाली में क्या-क्या रख सकते हैं जिससे एनर्जी बनी रहें, उसके बारे में जानेगें।
व्रत में नारियल पानी पीने के फायदे
व्रत में नारियल पानी पीना का सेवन आपको काफी फायदा देता है। यह इलेक्ट्रोलाइट से भरपूर है जो कि शरीर में पानी की कमी को दूर करता है। इसके अलावा नारियल पानी में पोटैशियम, मैंगनीज, विटामिन सी, कैल्शियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि आपके शरीर को दोबारा से हाइड्रेट करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा नारियल पानी में मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं, जो आपके हेल्थ को तंदरुस्त रखते हैं।
व्रत में ड्राई फ्रूट्स देने की परंपरा
सूखे मेवों का सेवन करने से संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। ड्राई फ्रूट्स में फाइबर अधिक होती है जो पाचन में सहायता करता है और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य में सुधार करता है। इसका इस्तेमाल व्रत के दौरान कर सकते हैं।
व्रत में मौसमी फल का इस्तेमाल
व्रत में आप मौसमी फल खा सकते हैं। फल फाइबर, फोलेट, विटामिन सी और पोटेशियम से भरपूर होते हैं, जिससे आपके शरीर को दिनभर ऊर्जा मिलती रहेगी। फलों में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसकी वजह से स्ट्रेस से होने वाले नुकसान से बचने का मौका मिलता है।
व्रत में दूध पीने के फायदे
वैसे तो सभी जानते हैं, दूध पीने से शरीर में कई फायदे होते हैं। इसका इस्तेमाल करवा चौथ व्रत के दौरान किया जा सकता है। दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्व होते हैं जो हड्डियों, दांतों, नसों, लेवर, शरीर के ऊर्जा स्तर के लिए आवश्यक होते हैं। व्रत में कुछ मीठा शामिल करने की परंपरा को बढ़ाते हुए, बाजार से भारी, चीनी से भरी मिठाइयां खाने के बजाय, एक चम्मच आटा या सूजी का हलवा लें। आप ‘सागन की फेनिया’ के स्थान पर घर की बनी सेवई या भुनी हुई सेवई का भी उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि इन्हें डीप फ्राई नहीं किया जाता है। इसतरह आप एक पौष्टिक सरगी थाली की परंपरा आगे बढ़ा सकती हैं।