Pariksha Pe Charcha 2025: परीक्षा पे चर्चा के इस साल के एडिशन में पीएम मोदी छात्रों से बोर्ड परीक्षा की तैयारी, स्ट्रेस मैनेजमेंट, करियर प्लानिंग आदि पर चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने देशभर से आए छात्रों के सवालों के जवाब दिए और उन्हें सेहत, पढ़ाई और जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सलाह भी दी है। इस बार परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में 3.30 करोड़ से अधिक छात्र, 20 लाख शिक्षक और 5.51 लाख से अधिक पैरेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। पीएम मोदी ने छात्रों से डिप्रेशन कम करने के लिए क्या कहा? जानिए रिपोर्ट में सबकुछ।
डिप्रेशन से डरना नहीं
पीएम मोदी ने छात्रों को क्रिकेटर्स का एग्जामप्ल देकर समझाया कि जब हम स्टेडियम में होते हैं और हमारा पसंदीदा खिलाड़ी बैटिंग करता है तो सब लोग उसका नाम पुकारते हैं। तब वह बल्लेबाज किसकी बात सुनता है? वे कहते हैं क्रिकेटर उस वक्त स्टेडियम में गूंज रही आवाज से प्रेशर फील करता है और फिर अपना पूरा ध्यान सामने से आने वाली गेंद पर दे देता है। बिल्कुल वैसे ही उन्होंने सभी छात्रों को कहा कि आपको भी फोकस करना है, न कि लोगों की इधर-उधर से सुनी बातों का स्ट्रेस लेना है।
लक्ष्य के बारे में जानना जरूरी
पीएम मोदी ने बोला कि खुद को चुनौती देते रहें और लक्ष्य का ध्यान रखें। आप तभी सक्सेस्फुल होंगे जब आप खुद को किसी टारगेट के लिए तैयार करेंगे। अगर सामने टारगेट होगा तो हमारी तैयारी भी जीत की होगी। वे कहते हैं कि पिछली बार 30 मार्क्स आए थे तो इस बार तय कर लें कि आपको 35 नंबर लाने हैं।
खुद से करें सवाल
खुद से लड़ना है तो खुद को जानना जरूरी है। प्रधानमंत्री ने छात्रों को कहा कि हमें प्रेशर लेना नहीं है, उसे भगाना है ताकि हम कोई भी काम संतोष के साथ करें। वे कहते हैं कि सभी लोगों को सबसे पहले यह जानना चाहिए कि उन्हें जीवन में क्या करना है क्योंकि वहीं आपको भविष्य के लिए तैयार करेगा। अगर आपको कुछ करना है और आप अपना मन ऐसे ही भटकाएंगे और रोज नए फैसले लेंगे तो यह आपके लिए दुविधा की बात है। आप इससे कभी सेटिस्फाई नहीं हो पाएंगे।
मन को स्थिर करना
डिस्ट्रैकशन से बचना जरूरी है ताकि आप उसके हिसाब से ही अपना लक्ष्य निर्धारित करेंगे और उस पर मेहनत कर सकें। लीडरशिप पर बात करते हुए पीएम मोदी ने एक छात्र के सवाल का जवाब दिया और कहा कि यह थोपी हुई चीज नहीं है। आपको यह स्वीकार करना होता है क्योंकि यह आपको प्राप्त होती है। कोई भी जिम्मेदारी आपको तब ही मिलती है जब आपका व्यवहार वैसा होता है। आपके पास वैसी क्षमता और कला होती है जो आपको लीडर बनाती है। लोगों को आप पर विश्वास है इसलिए आप लीडर है, अब उनके विश्वास को जीतना आपका काम है और उनकी समस्याओं का हल निकालना आपकी प्राथमिकता है।
बी एन एग्जाम्पल (Be An Example)
आपको एग्जाम्पल बनना है, जैसे अगर क्लास का मॉनिटर कोई है, तो उस पर कक्षा में शांति और रूल्स को फॉलो करवाने के लिए, अब वह कैसे होगा? जब मॉनिटर खुद उस रूल को फॉलो करेगा, होमवर्क समय पर करेगा तब क्लास के बाकी स्टूडेंट्स भी उस रूल को फॉलो करेंगे क्योंकि उनकी क्लास का नेतृत्व करने वाला सही है।
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