ओवरथिंकिंग जब हद से ज्यादा बढ़ जाए तो इससे आपके दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। जब कोई व्यक्ति छोटी सी बात को लेकर परेशान रहने लगता है तो इसे ओवरथिंकिंग कहते हैं। किसी भी काम को करने या फैसला लेने से पहले लोग सोचते हैं, जो सही भी है। ये इंसान का नेचुरल स्वभाव है, लेकिन जब यह स्वभाव हद से ज्यादा बढ़ जाए तो ओवरथिंकिंग के कारण आप बीमार भी पड़ सकते हैं। आइए जानते हैं कि इसे लेकर प्रेमानंद महाराज जी क्या कहते हैं?
क्या कहते हैं महाराज जी?
प्रेमानंद महाराज जी कहते हैं कि कैसी भी परिस्थिति हो कभी उबना, मत घबराना मत, अधीर मत होना और अपने भगवत विश्वास में कमी मत आने देना। कभी भी गलत विचार अपने मन में मत लाना। वह करते हैं कि कष्ट में भी बड़ा आनंद आता है। कष्ट में पूरा का पूरा मन और इंद्रिया केवल प्रभु में होती है क्योंकि कष्ट में कोई विषय की इच्छा तो होती है।
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कैसे करें बचाव
यदि आप बार-बार कुछ गलत चीजों के बारे में सोचते रहते हैं तो इससे दिमाग को भटकाने के लिए कुछ पसंदीदा काम करें। कोई ऐसी एक्टिविटी करें, जिसे करके आपको खुशी महसूस हो। नए स्किल सीखें, वर्कआउट क्लास ज्वाइन करें, पेंटिंग करें, गाना सुनें और डांस करें। इससे आपका दिमाग रिलैक्स फील करेगा और आप बेफिजूल की बातों को सोचने से भी बचेंगे।
ओवरथिंकिंग के संकेत
1. बार-बार सोचते रहने से नींद सही से नहीं आना।
2. पुरानी बातों को याद करते रहना।
3. अपने साथ हुई किसी खराब और शर्मिंदा करने वाले समय को याद करना।
4. किसी ने कुछ कह दिया तो उसे दिल और दिमाग से लगाना।
5 . अपने पास्ट और भविष्य के बारे में ज्यादा सोचते रहना
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।