Oil Benefits: भारत में तेल और घी जैसी चीजों का खूब इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, घी और तेल जैसी चीजों को खाने से शरीर को लाभ ही मिलता है लेकिन कुछ पैमानों पर ये दोनों हानिकारक भी हो जाती हैं। तेल का इस्तेमाल खाने में स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है और तेल का इस्तेमाल हम त्वचा और बालों पर भी करते हैं। मगर क्या आप जानते हैं भारत में तेल का इस्तेमाल खाने में ज्यादा किया जाता है और मसाज के लिए कम, लेकिन इन दोनों में से जरूरी क्या है? आइए जानते हैं एक्सपर्ट से।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
डॉक्टर कोमल काशीकर, जो कि गाजियाबाद बेस्ड एक आयुर्वेदिक स्पेशलिस्ट हैं, डॉक्टर अमित कुमार के पॉडकास्ट में कहती हैं कि इंडिया में लोग तेल पीते ज्यादा हैं लेकिन लगाते कम हैं। जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से बिल्कुल गलत तरीका है। आयुर्वेद में इसे शरीर को डैमेज करने वाली आदत बताई जाती है।
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आयुर्वेद क्या कहते हैं?
आयुर्वेद में ऑयल एप्लीकेशन को सबसे ज्यादा लाभदायक बताया गया है। तेल लगाने से त्वचा को मॉइस्चराइजेशन मिलता है। तेल नेचुरल हाइड्रेशन का एक तरीका है और ड्राई स्किन को मुलायम बनाता है। ऑयलिंग करने से झुर्रियां और फाइन लाइंस कम होती हैं। तेल की मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, हड्डियों और मांसपेशियों का दर्द कम होता है। थकान दूर होती है और नींद की गुणवत्ता भी सुधरती है लेकिन तेल का ज्यादा इनटेक यानी खाने के जरिए लेना उतना ही नुकसानदायक होता है।
अभयंतत्र स्नेहपना क्या है?
इसमें आपको घृतपान करना है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट बताती हैं कि आपको तेल की जगह घी खाना है। घी को नाक के रास्ते शरीर के अंदर पहुंचाना है, जो फायदेमंद और पर्याप्त होता है। घी को नाक में डालने से तीनों वात शांत रहते हैं। इस प्रक्रिया से ही शरीर डिटॉक्स होता है। तेल की जगह घी खाना है लेकिन घी को भी गर्म करके नहीं खाना चाहिए। घी को पिघलाने के लिए डबल बॉइलिंग का तरीका अपनाएं या फिर घी को सीधा ही सेवन कर लें। गर्म करके पकाया हुआ घी भी तेल जितना ही नुकसानदायक होता है।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।