---विज्ञापन---

लाइफस्टाइल

विश्व धरोहर, 377 साल पुराना… पढ़ें दिल्ली के लाल किले के बारे में 7 अनकही बातें

राजधानी दिल्ली की शान और भारत की जान, लाल किला भारत का एक ऐतिहासिक हिस्सा है।इसे 2007 में विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था। इसका निर्माण मुगल सम्राट शाहजहां ने सन् 1638 से 1648 के बीच करवाया था। आइए जानते हैं लाल किला के बारे में कुछ खास बातें।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : News24 हिंदी Updated: Sep 6, 2025 10:56

Delhi Lal Qila: दिल्ली का यह लाल किला जहां दुनिया भर से लोग इसकी खूबसूरती को देखने आते हैं। यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना है, इसलिए इसे लाल किला कहा जाता है। यह भारत की महान धरोहरों में से एक माना जाता है। हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री यहीं से राष्ट्रीय झंडा फहराते हैं और देश को संबोधित करते हैं। यह किला स्थल न केवल भारत की शान है, बल्कि यह यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में भी मान्यता प्राप्त है, तो आइए जानते हैं लाल किला के बारे में और गहराई से।

लाल किला के 4 प्रमुख म्यूजियम

लाल किले में कुल 4 म्यूजियम हैं। पहला स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय दूसराआर्मरी संग्रहालय तीसरा भारत का प्रथम युद्ध संग्रहालय (1857) चौथा आर्ट गैलरी इन म्यूजियम में भारत के स्वतंत्रता संग्राम, पुराने हथियार, चित्रकला, वस्त्र आदि रखे हुए हैं, जिन्हें देखने और जानने के लिए लोग यहां आते हैं।

---विज्ञापन---

लाल किला में 4 म्यूजियम

राजधानी दिल्ली के लाल किला में कुल 4 म्यूजियम हैं जिसमें से पहला स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय दूसरा आर्मरी म्यूजियम तीसरा भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय और चौथा आर्ट गैलरी जिसको देखने लोग दूर-दूर से यहां आते हैं साथ ही इन म्यूजियम में रखी गई चीजों के बारे में जानकारी लेते हैं।

स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय

इस संग्रहालय में 1857 से 1947 तक भारत के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी चीजें रखी गई हैं। जैसे भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, महात्मा गांधी जैसे स्वतंत्रता सेनानियों से जुड़ी दुर्लभ वस्तुएं और फोटो यहां देखने को मिलती हैं। इसके साथ ही जेलों में इस्तेमाल हुए बर्तन, हथकड़ियां, पत्र और दस्तावेज भी यहां रखे गए हैं।

---विज्ञापन---

आर्मरी म्यूजियम

इस संग्रहालय में मुगल काल और ब्रिटिश काल के हथियार रखे गए हैं। जैसे – तलवारें, ढाल, भाले, तोप, बंदूकें, आदि। सैनिकों की वर्दियां, कवच और युद्ध में इस्तेमाल की गई वस्तुएं भी देखने को मिलते हैं।

भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय

यह म्यूजियम 1857 के पहले स्वतंत्रता संग्राम पर केंद्रित है, जिसे ‘भारत का पहला स्वतंत्रता युद्ध’ भी कहा जाता है। इसमें विद्रोही नेताओं, उनके हथियारों, युद्ध की योजनाओं, पेंटिंग्स और नक्शों का प्रदर्शन होता है। यह भारत की आजादी के संघर्ष की शुरुआत को समझने में मदद करता है।

आर्ट गैलरी

इस गैलरी में भारतीय कला, मुगल चित्रकला, हस्तशिल्प, पुराने वस्त्र और सांस्कृतिक वस्तुएं रखी गई हैं। यह संग्रहालय भारत की विविध सांस्कृतिक परंपराओं को दर्शाता है।

ये भी पढ़ें- दिल्ली में लाल किले की सुरक्षा कितनी रहती है टाइट? स्नाइपर्स की नजर से परिंदा तक नहीं बचता

लाल किले में होता है लाइट एंड साउंड शो

दिली के लाल किले में रोजाना शाम को होता है लाइट एंड साउंड शो जिसमें पहले : 7:30 बजे शाम दूसरा अंग्रेजी शो 9:00 बजे रात को होता है। इसके साथ ही इन शो की कीमत सीट अनुसार होती है। यह शो भारत के इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम और लाल किले की कहानी को रोशनी और ध्वनि के जरिए प्रसतुत किया जाता है।

म्यूजियम घूमने का समय

लाल किले का म्यूजियमे सुबह के समय 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक खुला रहता है। साथ ही सोमवार के दिन म्यूजियम बंद रहता है। इन संग्रहालय का टिकट प्राइस भारतीय नागरिक: 35 रुपए साथ ही विदेशी पर्यटक के लिए
500 रुपए है। 15 वर्ष तक के बच्चों को लिए निःशुल्क है।

ये भी पढ़ें-लाल किला परिसर में चोरी, 1 करोड़ की कीमत का सामान उठा ले गए चोर!

First published on: Sep 06, 2025 10:56 AM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.