Diwali 2024: दिवाली से पहले ही दिल्ली और आसपास के शहरों में प्रदूषण बढ़ चुका है। अब दिवाली के बाद प्रदूषण का लेवल और भी बढ़ने वाला है, जो कई मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए दिवाली से पहले कुछ दिनों के लिए इन मरीजों को दिल्ली छोड़ ही देना चाहिए। दिवाली पर पटाखों से निकलने वाला धुआं, पहले से बीमार लोगों के साथ-साथ सेहतमंद लोगों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। देशभर में हर साल पटाखे न जलाने की अपील की जाती है। खास कर दिल्ली जैसे प्रदूषित शहर में, लेकिन फिर भी बाजारों में पटाखों की बिक्री होती ही है और लोग बिना सेहत की फिक्र किए इसे खरीदते भी हैं। आइए यहां जानते हैं कि पटाखे का धुआं किन मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है।
कैंसर मरीजों के लिए खतरनाक
पटाखों का धुआं फेफड़ों को ही नहीं बल्कि पूरे शरीर को नुकसान पहुंचाता है। साथ ही यह कैंसर के मरीजों के लिए और भी नुकसानदायक साबित हो सकता है। पटाखों में जिन रसायनों का प्रयोग किया जाता है उससे कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इससे निकलने वाला धुआं शरीर में जाकर विभिन्न अंगों को नुकसान पहुंचाता है।
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बढ़ सकती है अस्थमा की परेशानी
दीवाली के खत्म होते ही हवा में फैला जहरीला धुंआ हमारी सेहत को खतरे में डाल सकता है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को अपना खास ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि धूल के कणों में मौजूद जहरीले तत्व फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। यहां तक की सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। इसके साथ ही हवा में मौजूद कैडमियम नामक तत्व खून में ऑक्सीजन की कमी पैदा कर अस्थमा के मरीजों को कमजोर बनाता है।
हार्ट अटैक का जोखिम
हार्ट के मरीजों के लिए पटाखों का धुंआ खतरनाक हो सकता है। जब हम सांस लेते हैं तो पटाखों का धुंआ सीधे फेफड़ों में जाकर उन्हें नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा, पटाखों की तेज आवाज दिल पर दबाव डालती है और हार्ट बीट को अनबैलेंस कर देती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदायक
पटाखों का धुंआ गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे बच्चों के लिए गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। पटाखे के धुएं में मौजूद हानिकारक रसायन फेफड़ों को प्रभावित करते हैं, जिससे सांस लेने में प्रॉब्लम होती है। इन रसायनों के संपर्क में आने से गर्भ में पल रहे बच्चे में विकलांगता होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा गर्भपात का खतरा भी बढ़ सकता है।
तनाव बढ़ने का खतरा
पटाखों के धुएं के साथ-साथ इसकी आवाज भी कई लोगों को परेशान करती है। इसकी आवाज से उनका ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है और वह डिप्रेशन का भी शिकार हो सकते हैं। पटाखों का धुंआ इतना खतरनाक होता है कि इसकी वजह से कई लोग अच्छी नींद नहीं ले पाते और उनका मूड चिड़चिड़ा भी हो जाता है।
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