42 साल का एक शख्स, ना कोई परिवारिक जिम्मेदारी, ना कर्ज, ना गाड़ी, ना घर बस बैंक में 2.5 करोड़ की सेविंग और एक थका हुआ दिल। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Reddit पर उसने अपनी कहानी शेयर की जिसमें बताया कि किस तरह उसकी नौकरी ने उसकी जिंदगी को बोझ बना दिया है। उसकी पोस्ट ने हजारों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। इकनोमिक तौर पर मजबूत होने के बावजूद वो मेंटल और फिजिकल थकान से टूट चुका है और अब नौकरी छोड़ने का मन बना रहा है।
अकेली जिंदगी और थक चुकी सोच
उस शख्स ने बताया कि उसने कभी शादी नहीं की और ना ही कोई प्लान है। वह अकेला है और अपनी सेविंग्स को फिक्स्ड डिपॉजिट में पार्क कर चुका है। उसका कहना है कि वो अमेरिका में थोड़े वक्त काम कर चुका है जिससे रिटायरमेंट के बाद हर महीने लगभग $1000(लगभग ₹86,054) की इनकम हो सकती है। इसके बावजूद वह मेंटली टूट चुका है।
नौकरी से जुड़ा तनाव
उसने लिखा कि उसका 9 से 5 वाला काम अब एक बोझ बन गया है। हर वक्त टेंशन, डेडलाइन का डर और थकावट ने उसकी जिंदगी को निगल लिया है। वह कहता है कि उसे क्रॉनिक फटीग (लगातार थकान) हो गया है और अब उसे सब कुछ नापसंद होने लगा है। उसकी हालत ये हो गई है कि वह अपने काम से नफरत करने लगा है।
नया काम ढूंढना आसान नहीं
उसने बताया कि वह टेक इंडस्ट्री में नहीं है और उसकी नौकरी काफी यूनिक है। ऐसे में अगर वह नौकरी छोड़ता है तो दोबारा वैसा ही मौका मिलना नामुमकिन होगा। यही वजह है कि वह नौकरी छोड़ने से डर रहा है, लेकिन मेंटल स्थिति ऐसी है कि अब संभालना मुश्किल हो गया है।
यूजर्स की राय और सलाह
Reddit पर कई यूजर्स ने उसे अलग-अलग सुझाव दिए। किसी ने कहा कि कम तनख्वाह वाली या फ्रीलांस जॉब कर लो तो किसी ने सुझाव दिया कि पहले एक लंबा ब्रेक ले लो और फिर सोचो। एक यूजर ने लिखा, “अगर सीधे नौकरी छोड़ दोगे तो शुरू में अच्छा लगेगा, लेकिन बाद में खालीपन अंदर से खा जाएगा।” कई लोगों ने उसे मेंटल हेल्थ और हेल्थ इंश्योरेंस पर निवेश करने की भी सलाह दी।