अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया. जब संबोधन के लिए डोनाल्ड ट्रंप मंच पर पहुंचे तो उनका टेलीप्रॉम्प्टर खराब हो गया. ऐसे में उन्हें बिना टेलीप्रॉम्प्टर के ही स्पीच देनी पड़ी. हालांकि भाषण शुरू होने से पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने टेलीप्रॉम्प्टर की खराबी का जिक्र किया और यह भी कहा कि जो भी इस टेलीप्रॉम्प्टर को हैंडल कर रहा है, वह भारी मुसीबत में पड़ने वाला है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान ट्रंप ने मजाकिया अंदाज़ में कहा कि टेलीप्रॉम्प्टर खराब होने के बाद भी उन्हें बिना टेलीप्रॉम्प्टर के बोलने में कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं बस इतना कह सकता हूं कि जो भी इस टेलीप्रॉम्प्टर को चला रहा है, वह बड़ी मुसीबत में है. ट्रंप के इतना कहते ही वहां बैठे लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाए और जमकर ठहाके लगे.
डोनाल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन को इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी करार दिया है. उन्होंने कहा कि जहां अमेरिका पर उत्सर्जन में कटौती का दबाव है, वहीं दूसरे देश प्रदूषण के हर नियम को तोड़ रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को वैश्विक जलवायु नीतियों का बोझ नहीं उठाना चाहिए, जबकि अन्य देश अनियंत्रित औद्योगिक प्रदूषण जारी रखे हुए हैं.
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रूस द्वारा नाटो सहयोगियों के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन और क्या अमेरिका सैन्य सहायता उपलब्ध कराएगा? ये सवाल पूछे जाने पर ट्रम्प ने कहा कि यह परिस्थिति पर निर्भर करता है क्योंकि वह यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ बैठक की तैयारी कर रहे थे
उन्होंने कहा कि नाटो ने मंगलवार को रूस को चेतावनी दी कि वह अपने हवाई क्षेत्र के किसी भी अन्य उल्लंघन के खिलाफ बचाव के लिए सभी साधनों का उपयोग करेगा. इस महीने की शुरुआत में पोलैंड के ऊपर रूसी ड्रोन को मार गिराए गए.