---विज्ञापन---

क्या है यूरेशियन प्लेट? जिसकी वजह से महसूस होते हैं भूकंप के तेज झटके

Earthquake Reason : हाल के दिनों में भूकंप के झटकों में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है, इसका कारण है भारतीय प्‍लेट लगातार खिसक रही है और यूरेशियन प्‍लेट की तरफ आगे बढ़ रही है। इनके खिसकने से धरती के अंदर होने वाली टक्‍कर से अत्‍यधिक उर्जा उत्‍पन्‍न होती है, जब वो रिलीज होती है तो ऊपरी क्षेत्र में हलचल पैदा करती है और भूकंप आते हैं।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Oct 15, 2023 20:31
Share :

पल्लवी झा, संवाददाता(NEWS 24)

Earthquake Reason : रविवार को दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस हुए। ये एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार है, जब भूकंप की वजह से उत्तर भारत के कई राज्यों में कंपन महसूस हुई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक 4.08 मिनट पर 3.1 तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र, हरियाणा के फरीदाबाद से 9 किमी दूर था, जिसकी गहराई लगभग 10 किमी थी, भूकंप के झटके कुछ सेकंड तक ही रहे और किसी जान माल का नुकसान नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि यूरेशियन लाइन पर लगातार टकराव की स्थिति बन रही है, जिसकी वजह से उतर भारत ने भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें – अगर आप किराये के मकान में रहते हैं तो जल्दी ही हो जाएंगे बूढ़े; हेल्थ रिसर्च में सामने आई बड़ी वजह

यूरेशियन प्लेट क्या है?

भारतीय प्‍लेट लगातार खिसक रही है और यूरेशियन प्‍लेट की तरफ आगे बढ़ रही है। इसके खिसकने से धरती के अंदर होने वाली टक्‍कर से अत्‍यधिक उर्जा उत्‍पन्‍न होती है, जब वो रिलीज होती है तो ऊपरी क्षेत्र में हलचल पैदा करती है और भूकंप आते हैं। इस क्षेत्र में आने वाले भूकंप, यहां की प्‍लेट्स में हो रहे बदलाव की ही वजह है।

---विज्ञापन---

एक हफ्ते में कितनी बार आया भूकंप?

इसी हफ्ते बुधवार को पश्चिमी नेपाल में आए 6.2 तीव्रता के भूकंप के बाद दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में तेज झटके महसूस किए गए। यह देश में आए, लगातार भूकंपों की श्रृंखला में सबसे तीव्र था। अफगानिस्तान में भी प्रांतीय राजधानी हेरात से करीब 34 किलोमीटर बाहर रविवार को 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया और यहां लगातार भूकंप के झटके आ रहे हैं। वैज्ञानिकों की माने तो पृथ्वी के भीतर हलचल लगातार होती रहती है, लेकिन कुछ वर्षों से इसमें वृद्धि देखी गई है, हालांकि अभी तक इसके पीछे के ठोस प्रमाण नहीं मिल पाये हैं।

HISTORY

Written By

News24 हिंदी

First published on: Oct 15, 2023 08:31 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें