Festive Season Sale 2023: त्यौहारों के आते ही देश में फेस्टिव सेल की बाढ़ आ जाती है। सभी कंपनियां अपनी लोक लुभावन डील के जरिए ग्राहकों को अपनी तरफ खीचती हैं। लेकिन ये आपके ऊपर है कि आप खरीदारी कहां से करना चाहते हैं। विकल्प की कमी नहीं है। अगर आप चाहें तो ऑफलाइन शॉपिंग के लिए भी जा सकते हैं। लेकिन ऑफर की कमी वहां दिख सकती है, फिर भी कुछ मामलों में ऑफलाइन शॉपिंग, ऑनलाइन शॉपिंग से बेहतर है। तो चलिए आपको बताते हैं दोनों प्लेटफॉर्म के फायदे और नुकसान। जिससे आप अपने हिसाब से चुनाव कर सकते हैं।
ऑनलाइन का कुछ ऐसा है मामला
पहले बात करते हैं ऑनलाइन की। ऑनलाइन के लिए युवा हर समय तैयार रहते हैं। पर फायदे के साथ इसमें कुछ नुकसान भी हैं। हालांकि कह सकते हैं कि ऑफर की बाढ़ ऑनलाइन में रहती है। बैंकों के कार्ड से लेकर बाय नाउ, पे लेटर तक का विकल्प ग्राहकों को मिलता है।
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नुकसान ये हैं कि प्रोडक्ट की क्वालिटी में कमी, डिलीवरी में समय लगना, धोखेबाजी की संभावना, रिफंड में इश्यू हो सकते हैं। इन सभी से ऑफलाइन शॉपिंग में बचा जा सकता है।
ऑफलाइन इस मामले में है बेहतर
वहीं अगर ऑफलाइन खरीदारी की बात करें तो ये कई मामले में ऑनलाइन से बेहतर है। जैसे डिलीवरी समय से होती है, प्रोडक्ट की क्वालिटी को रियल टाइम चेक कर सकते हैं, पैसे फंसने की संभावना कम है। हालांकि ऑफर की बात करें तो उसकी कमी ऑफलाइन में होती है।
एक बात ध्यान में रखिए कि ऑफर कंपनी क्रेडिट कार्ड पर देती हैं। इसलिए ब्याज के साथ क्रेडिट कार्ड की फीस का खर्चा अलग से होता है। ये बात हम और आप समझ नहीं पाते हैं। और ऑफर के चक्कर में कंपनियों के जाल में फंस जाते हैं। इसलिए इस बात को ध्यान में रखते हुए शॉपिंग करें।