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बिहार में 10000 पदों पर सरकारी भर्तियां निकलेंगी; तैयार रहें नौजवान, देखें पोस्टों की डिटेल

Government Recruitment 2024: बिहार में सरकारी भर्ती निकलने वाली है। 10000 से ज्यादा पदों पर भर्ती की मंजूरी नीतीश सरकार ने दे दी है। पोस्टों की डिटेल सामने आई है, जल्दी ही नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी पोस्ट हैं?

Edited By : Khushbu Goyal | Updated: Aug 28, 2024 13:31
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ट्रैफिक पुलिस विभाग में नौकरी करने का मौका मिलने वाला है।

Government Jobs in Bihar: सरकार नौकरी का सपना देख रहे बिहार के युवाओं के लिए खुशखबरी है। 10000 से ज्यादा पदों पर भर्ती निकलने वाली है। नीतीश सरकार ने भर्ती के लिए मंजूरी दे दी है। भर्ती ट्रैफिक पुलिस विभाग में निकलेगी, जिसके लिए जल्दी ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। पटना के ADG ट्रैफिक सुधांशु कुमार ने यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि काफी समय से नौजवान भर्ती निकलने का इंतजार कर रहे थे तो अब वे तैयारी में जुट जाएं। प्रदेश में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार करने के लिए 1527 हैंड हेल्ड डिवाइस और 553 बॉडी वॉर्न कैमरे खरीदे गए हैं। इनका ट्रायल चल रहा है और इनसे काम लेने के लिए इन्हें इस्तेमाल करने वाले लोगों की जरूरत होगी। फिर मैनुअल चालान नहीं कटेंगे, बल्कि ऑनलाइन चालान होंगे, इसलिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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इन पदों पर की जाएगी भर्ती

ADG ट्रैफिक सुधांशु कुमार के अनुसार, कुल 10332 पद भरे जाएंगे। जिलों के ट्रैफिक पुलिस स्टेशनों में 4215 पद भरे जाएंगे। हाईवे पेट्रोलिंग के लिए 1560 पद भरे जाएंगे। BPRD नियमों के अनुसार 1807 पद भरे जाएंगे। इनके अलावा 2753 पदों पर भी भर्ती निकलेगी।

उन्नाव हादसे का नतीजा भर्तियां

ADG सुधांशु कहते हैं कि बिहार में इतनी भर्तियां करने की वजह उन्नाव में हुआ हादसा है। गत 10 जून को उन्नाव में बस हादसा हुआ था, जिसमें 18 लोगों की जान गई थी। हादसे का कारण टेक्निकल एक्सपर्ट्स ने बस का कंडम होना बताया था। इसलिए रोडवेज डिपार्टमेंट ने अनफिट बसों को बेड़े से हटाने का फैसला लिया है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस के बॉडी वार्न कैमरे काम आएंगे, ताकि कंडम या टूटी फूटी गाड़ी उनकी नजर आए

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बॉडी वॉर्न कैमरे लगाने का एक और मकसद चालान प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना है, क्योंकि लोग आरोप लगाते हैं कि ट्रैफिक पुलिस गलत चालान काटती है। इसलिए बॉडी वार्न कैमरे लगेंगे, ताकि गाड़ी में खामी का पता ड्राइवर को भी लगे और वह यह न कह पाए कि गलत चालान काटा जा रहा है। अभी कैमरों का ट्रायल चल रहा है।

ड्राइवरों की गतिविधियों को उसमें रिकॉर्ड किया जा रहा है। चालान नहीं काट रहे, लेकिन लोगों को उनकी गलतियां बता रहे हैं। अगर ट्रायल सफल रहा तो उसके बाद कैमरों के आधार पर चालान काटे जाएंगे। इसके अलावा बिहार के सभी टोल प्लाजा पर ई-डिटेक्शन पोर्टल इस्तेमाल हो रहा है। इसके लिए भी और लोगों की जरूरत पड़ेगी।

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Written By

Khushbu Goyal

First published on: Aug 28, 2024 01:21 PM

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