Zomato CEO deepinder goyal on hiring process Says we dont hire people looking for jobs: जॉब की तलाश में लोग अपनी फील्ड के मुताबिक अलग-अलग कंपनियों में सीवी भेजते हैं। यदि आपकी सीवी सेलेक्ट हुई तो फिर आपको लिखित टेस्ट और इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। आखिरकार नौकरी मिल जाती है। लेकिन हिंदुस्तान में एक ऐसी कंपनी है जो नौकरी खोज रहे लोगों को रोजगार नहीं देती है। कंपनी का नाम जोमैटो है।
कंपनी के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा है कि कंपनी उन लोगों को नौकरी पर नहीं रखती है जो नौकरी की तलाश में हैं। क्योंकि वे जिस तरह के उम्मीदवारों को नौकरी पर रखना चाहते हैं वे आमतौर पर बेरोजगार नहीं होते हैं।
हायरिंग में लगते हैं 8-12 महीने
यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया के पॉडकास्ट द रणवीर शो में गोयल ने जोमैटो की भर्ती प्रक्रिया का खुलासा करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हम उन लोगों को काम पर नहीं रखते हैं जो नौकरी की तलाश में हैं, क्योंकि जिस तरह के लोगों की हमें जरूरत है, वे नौकरी की तलाश नहीं करते हैं। उन्होंने जोमैटो में भर्ती प्रक्रिया काफी लंबी है। इसमें 8-12 महीने लग जाते हैं।
2018 में लॉन्च हुआ था जोमैटो
दीपिंदर गोयल ने 2008 में पंकज चड्ढा के साथ जोमैटो लॉन्च किया था। उनकी कंपनी स्विगी के बाद रेस्टोरेंट एग्रीगेशन और फूड डिलीवरी में देश के दो प्रमुख कंपनियों में से एक है।
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