Zika virus infected patient found in Bengaluru: बेंगलुरु के पास चिक्काबल्लापुर में जीका वायरस संक्रमित मरीज का पता चला है। जीका वायरस के मरीज के सामने आने के बाद अस्पतालों में आ रहे बुखार के सभी मरीजों की जांच की जा रही है। ऐहितायत के तौर पर चिक्काबल्लापुर के पांच किलोमीटर के दायरे में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एस महेश के मुताबिक, कर्नाटक में करीब 100 सैंपल लिए गए थे। इनमें 6 चिक्कबल्लापुर से थे और उनमें से 5 की रिपोर्ट निगेटिव जबकि एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने बताया कि 25 अक्टूबर को नतीजों के सामने आने के बाद तेज बुखार वाले 3 मरीजों के नमूने पैथोलॉजिकल जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल, उनकी हालत ठीक है।
बता दें कि जीका वायरस रोग संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है, जिसे डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संक्रमण फैलाने के लिए भी जाना जाता है। इस वायरस की पहचान सबसे पहले 1947 में युगांडा में हुई थी। पिछले दिसंबर में, कर्नाटक के रायचूर जिले में 5 साल की एक लड़की में जीका वायरस का पता चला था, जिसके बाद सरकार ने जरूरी कदम उठाए थे और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया था।
2016-17 में देश में पहली बार मिला था जीका वायरस संक्रमित मरीज
2016-17 में देश में पहली बार जीका वायरस संक्रमित मरीज का पता चला था। मेडिकल विशेषज्ञों के मुताबिक, जीका वायरस को ज्यादा गंभीर नहीं माना जाता। इस वायरस के संक्रमित मरीज दवाइयों से ठीक हो जाते हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं होती। हालांकि, सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, इस वायरस से संक्रमित मरीज को सावधानी जरूर बरतनी चाहिए, खासकर गर्भवती महिलाओं को।
गर्भवती महिला अगर इस वायरस के संक्रमण की शिकार हो जाती है, तो गर्भ में पल रहे बच्चे के भी वायरस से पीड़ित होने की संभावना बनी रहती है। बता दें कि जीका वायरस से संक्रमित मरीजों को हल्का बुखार, शरीर पर चकत्ते, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, सिरदर्द की शिकायत होती है।