Yamuna Expressway Interchange : यमुना एक्सप्रेसवे पर बन रहे इंटरचेंज से यात्रियों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। यह इंटरचेंज न केवल यात्रा को आसान बनाएगा बल्कि दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ आगरा, मथुरा, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम जैसे प्रमुख शहरों को भी सीधा लाभ देगा। बेहतर कनेक्टिविटी से मिलेगा लाभ यमुना एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) से जोड़ने के लिए इंटरचेंज का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इस परियोजना के तहत 11 किलोमीटर के दायरे में आठ इंटरचेंज लूप बनाए जाएंगे, जिससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) से लेकर आगरा तक का सफर सुगम हो जाएगा।
इन शहरों को मिलेगा लाभ
एनएचएआई ने शुरू किया निर्माण कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टीम ने इंटरचेंज निर्माण के लिए आवश्यक भूमि का निरीक्षण किया और जल्द ही इसके निर्माण की प्रक्रिया को तेज कर दिया जाएगा। इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को एक वर्ष के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस इंटरचेंज के बनने से दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, मथुरा और आगरा के यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा। इससे इन शहरों के बीच यात्रा का समय कम होगा और ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।
फिल्म सिटी को भी होगा लाभ
यमुना एक्सप्रेसवे पर प्रस्तावित उत्तर प्रदेश फिल्म सिटी को भी इस नई कनेक्टिविटी से बड़ा लाभ मिलेगा। यहां तक पहुंचना आसान होगा, जिससे फिल्म निर्माताओं, पर्यटकों और निवेशकों की संख्या में इजाफा होने की संभावना है। इस इंटरचेंज के निर्माण से ताजमहल जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुंचना सरल होगा। साथ ही, व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा।
270 करोड़ रुपये की लागत में होगा तैयार
बता दें एनएचएआई द्वारा इस इंटरचेंज का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। निर्माण कार्य शुरू करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। इसके निर्माण पर करीब 270 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इंटरचेंज एक्सप्रेस-वे के जुड़ने से लोगों को 20 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।