पंकज शर्मा, जम्मू
Who Was Lashkar-E-Taiba Commander Quari: जम्मू कश्मीर के राजौरी में कालाकोट के बाज़ीमाल इलाके में बुधवार से आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है। एनकाउंटर में अब तक सेना के 2 ऑफिसर और 2 जवान वीरगति को प्राप्त हुए। वहीं इस ऑपरेशन में अब तक 2 आतंकियों को ढेर किया जा चुका है, जिनमें से एक आतंकी की पहचान लश्कर के टॉप कमांडर Quari के रूप मे हुई है। Quari पाकिस्तान का रहने वाला है। वही लश्कर के इस टॉप कमांडर को डांगरी और कंडी में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। Quari को IED एक्सपर्ट और ट्रेंड स्नाइपर भी माना जाता है। Quari जंगलों में बनी गुफाओं में सुरक्षा बलों की नजरों से बचने के लिए छिपता रहा, लेकिन राजौरी में सुरक्षा बलों ने उसे ढेर कर दिया।
Jammu and Kashmir: One terrorist killed in ongoing Rajouri encounter
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— ANI Digital (@ani_digital) November 23, 2023
Quari के मरने के बाद लश्कर की कमर टूटी
दरअसल आतंकी संगठन लश्कर प्रयास कर रहा है कि राजौरी और पुंछ में एक बार फिर आतंकवाद को रिवाइव किया जाए। इसकी वजह यह है कि यहां पर घने जंगल और प्राकृतिक गुफाएं हैं, जिनको आतंकी अपने हाइड आउट के लिए इस्तेमाल करते हैं, ताकि भारतीय सुरक्षाबलों की आंखों से बचा जा सके। आतंकी संगठन राजौरी और पुंछ इलाके में आतंकवाद को बढ़ावा देने का हर मुमकिन प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षाबलों की अलर्टनेस के चलते आतंकवादी कामयाब नहीं हो पा रहे। जैसे ही आतंकियों की सूचना मिलती है तो उनको जल्द से जल्द सुरक्षाबल न्यूट्रलाइज करते हैं। Quari के मारे जाने के बाद लश्कर की कमर टूट चुकी है। सुरक्षा बल इसे बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रहे हैं। यही नहीं इस मुठभेड़ में भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी रिकवर किया गया है।
जम्मू कश्मीर में हो चुकीं 3 बड़ी आतंकी वारदातें
बता दें कि भारतीय सेना ने 17 नवंबर को कुलगाम और राजौरी में 2 अलग-अलग एनकाउंटर किए थे, जिसमें 6 आतंकी मारे गए थे। पहला एनकाउंटर 16 नवंबर को शुरू हुआ था, जिसमें 5 आतंकी मारे गए थे। दूसरा एनकाउंटर राजौरी में हुआ, जिसमें एक आतंकी मारा गया था। इससे पहले अक्टूबर में श्रीनगर के ईदगाह इलाके में एक आतंकी को पुलिस इंस्पेक्टर ने 3 गोलियां मारी थीं। मृतक इंस्पेक्टर मसरूर अली वाली था। हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली थी। इस हमले के आतंकी कुलगाम एनकाउंटर मारे गए थे। इसके अलावा 13 सितंबर को हुई 2 मुठभेड़ में सेना के 3 अफसर और 2 जवान शहीद हो गए थे। इस दौरान 2 आतंकी भी मारे गए थे। सेना के डॉग की भी मौत हो गई थी।
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