Shaktikanta Das: शक्तिकांत दास को पीएम नरेंद्र मोदी का दूसरा प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया है। वे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर रह चुके हैं। इस समय गुजरात कैडर के रिटायर्ड IAS पीके मिश्रा पीएम मोदी के प्रधान सचिव हैं। अब मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने रिटायर्ड IAS शक्तिकांत दास को पीएम मोदी के प्रधान सचिव-2 की जिम्मेदारी दी गई है। पदभार ग्रहण करने के बाद उनकी नियुक्ति प्रभावी होगी।
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दास की सिविल सेवक के रूप में मुख्य रूप से टेक्सेशन, फाइनेंस, इन्वेस्टमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स में पहचान रही है। वे आरबीआई के 25वें गवर्नर रहे हैं। वे देश के G20 शेरपा तथा 15वें वित्त आयोग के सदस्य के रूप में भी काम कर चुके हैं। उनकी गिनती पीएम मोदी के भरोसेमंद लोगों में होती है। दास ने 11 दिसंबर 2018 को गवर्नर का पद संभाला था। उर्जित पटेल के अचानक रिजाइन करने के बाद उनको जिम्मेदारी मिली थी।
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दास IMF, G20 और BRICS जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स पर देश की अगुआई कर चुके हैं। नोटबंदी और जीएसटी में सुधार करने में भी उनको भूमिका रही है। रिजर्व बैंक के गवर्नर रहते उन्होंने वित्तीय स्थिरता के लिए अच्छा काम किया था, कोरोना काल में भारतीय अर्थव्यवस्था को उनकी नेतृत्व क्षमता का अच्छा सहारा मिला था। दास का जन्म ओडिशा में 1957 में हुआ था। वे दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से हिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजएट हैं। ब्रिटेन की बर्मिंघम यूनिवर्सिटी से उन्होंने पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री ली है।
1980 में बने थे IAS
वे 1980 बैच के आईएएस हैं, जो तमिलनाडु कैडर में वाणिज्यिक कर आयुक्त और उद्योग प्रमुख सचिव जैसे पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। बाद में वे केंद्र में आए थे, जिसके बाद उनको वित्त मंत्रालय का जॉइंट सेक्रेटरी बनाया गया था। दास ने IBC और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) के पुनर्पूंजीकरण और विलय जैसे मामलों में शानदार कार्य किया है। दास ने 1991 में भारत को 22 अरब डॉलर का IMF बेलआउट पैकेज दिलाने में विशेष भूमिका निभाई थी।