Who is Odisha New Cm Mohan Charan Majhi: ओडिशा में आज मोहन चरण माझी नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। उनके साथ दो डिप्टी सीएम कनक वर्धन सिंहदेव और प्रभाती परिदा भी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। ओडिशा को 24 साल बाद कोई आदिवासी सीएम मिला है। माझी से पहले हेमानंद बिस्वाल आखिरी आदिवासी सीएम थे। शपथ ग्रहण समारोह शाम 5 बजे होगा। समारोह में पीएम मोदी भी शामिल होंगे।
मोहन माझी क्योंझर जिले के रायकोड़ा गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने बीजद की मीण माझी को 11 हजार वोटों के अंतर से पराजित किया। इससे पहले वे 3 बार विधायक रह चुके हैं। माझी उसी समुदाय से आते हैं जिस समुदाय से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी आती हैं। माझी ने छोटी सी उम्र में ही अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए आदिवासी समुदाय के लिए कुछ करने की ठान ली थी। राजनीति में आने से पहले उन्होंने आरएसएस द्वारा संचालित शिशु विद्या मंदिर में शिक्षक के तौर पर कार्य किया। इसके बाद उन्होंने वकालत भी की। माझी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत बतौर सरपंच की। इसके बाद वे 1997 में पहली बार विधायक बने। माझी इसके बाद भाजपा के आदिवासी मोर्चा के सचिव बने। 2019 में पार्टी ने उनको विधानसभा में मुख्य सचेतक बनाया। 2005 से 2009 तक की बीजद-भाजपा की गठबंधन सरकार में माझी मुख्य उप सचेतक रह चुके हैं।
Shri Mohan Charan Majhi (52), son of a watchman & a Santhal, is the first BJP Chief Minister of Odisha. A former teacher, he is a four-term MLA from Keonjhar.
Shri KV Singh Deo (67) Ji is a six-term MLA and former state president.
---विज्ञापन---Smt Pravati Parida (57) Ji is an OBC from the… pic.twitter.com/gR4nCR4yJz
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) June 11, 2024
माझी के लिए बंगला तलाश रहा विभाग
2004 में अपना आखिरी चुनाव जीते माझी ने विधायक के तौर पर 2019 में एक बार फिर वापसी की। माझी तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि विधायक बनने के बाद जब उन्हें आवास अलाॅट नहीं हुआ तो उन्हें फुटपाथ सोना पड़ा इस दौरान उनका मोबाइल भी चोरी हो गया। ऐसे में अब राज्य का सामान्य प्रशासन विभाग अभी भी सीएम के लिए बंगले की तलाश में जुटा है क्योंकि निवर्तमान सीएम नवीन पटनायक पिछले 24 सालों से राजधानी भुवनेश्वर के निजी आवास में रहते हैं।
विधानसभा से हुए थे निलंबित
भाजपा के पहले आदिवासी सीएम मोहन चरण माझी का विवादों से भी नाता रहा है। उन्हें पूर्व स्पीकर प्रमिला मलिक ने दलित विधायक मुकेश महालिंग के साथ निलंबित कर दिया था। माझी पर आरोप था कि उन्होंने मुकेश के साथ मिलकर दाल खरीद घोटाले के विरोध में मुट्ठी भर दाल फेंक दी थी। 2022 में उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें कुछ खनन माफियाओं से जान का खतरा है। पिछले साल उन पर हमला भी हुआ। क्योंझर में कुछ मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने उनकी गाड़ी पर बम फेंके थे। इस हमले में माझी बाल-बाल बच गए थे।
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