मनोज पाण्डेय, कोलकाता
Violence In Sandeshkhali : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित संदेशखाली में एक बार फिर हंगामा हो गया। सड़कों पर उतरी महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख समेत अन्य नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन किया। टीएमसी और ग्रामीणों के बीच हुई मारपीट में 13 नेता और कार्यकर्ता घायल हो गए। इस पर पुलिस ने इलाके में धारा 144 लागू करने के साथ ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
संदेशखाली में क्यों मचा बवाल?
केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल को फंड न देने को लेकर टीएमसी नेताओं ने संदेशखाली के त्रिमोहानी बाजार में लोगों के साथ मिलकर रैली निकाली थी। इस पर रैली में शाहजहां शेख के नारे लगाने पर बवाल मच गया। संदेशखाली की महिलाओं और पुरुषों ने हाथों में लाठी-डंडे लेकर रैली को रोकने की कोशिश की। इस दौरान दोनों ओर से मारपीट शुरू हो गई।
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ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर टीएमसी नेताओं को दौड़ाया
ग्रामीणों ने लाठी-डंडे लेकर टीएमसी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को खदेड़ लिया, जिससे भागते समय टीएमसी के दो कार्यकर्ता नदी में गिर पड़े और मारपीट में पार्टी के 10 कार्यकर्ता जख्मी हो गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम पहुंची और स्थिति को कंट्रोल किया। इसके बाद ग्रामीणों ने रात में संदेशखाली थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया। संदेशखाली में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं।
इलाके में अशांति फैला रहे टीएमसी नेता
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि टीएमसी नेता बाहरी लोगों के साथ मिलकर रैली निकालकर इलाके में अशांति फैला रहे हैं। उन्होंने टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया है। वहीं, ग्रामीणों ने कहा कि टीएमसी के कार्यकर्ता शिबू हाजरा के समर्थकों ने रैली निकालते वक्त हमला किया। उन्होंने बोतलें फेंकीं, जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए। दासपाड़ा सहित कई इलाकों में मारपीट हुई।
महिलाओं ने शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग की
महिलाओं की मांग है कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। शाहजहां शेख पार्टी के नाम पर ग्रामीणों के साथ अत्याचार कर रहा है। आपको बता दें कि पिछले महीने 5 जनवरी को शेख शाहजहां के घर पर छापा मारने गई ईडी और केंद्रीय बलों की टीम पर हमला किया गया था।